मोहन भागवत बोले- मॉब लिंचिंग अनुचित लेकिन गौ रक्षा भी जरूरी

Wednesday, Sep 19, 2018 - 07:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली के विज्ञान भवन में चल रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन है। आज मोहन भागवत लोगों के सवालों के जवाब दे रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग अनुचित है लेकिन गौ रक्षा भी जरूरी है।

अपराधियों को होनी चाहिए सजा 
भागवत ने मॉब लिंचिंग के एक सवाल पर कहा है कि अपराधियों को सजा होनी चाहिए और कानून तोड़ने वालों को किसी हालत में नहीं छोड़ना चाहिए लेकिन गोरक्षा भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि गोरक्षा केवल कानून से नहीं होती, इसे मॉब लिंचिंग से न जोड़ें। मुस्लिम लोग भी गोशाला चला रहे हैं। गोतस्कर जो हमला करते हैं उस पर कोई कुछ नहीं बोलता। गोरक्षा करने वाले लोग सात्विक तरीके से यह काम कर रहे हैं, उपद्रवी लोगों को इससे न जोड़ें। 


हिंदू समाज जातियों में नहीं बंटेगा
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हिंदुइजम गलत शब्द है। सत्य की अनवरत खोज का नाम हिंदुत्व है, सतत चलने वाली प्रक्रिया है। इसलिए हिंदुइजम नहीं कहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व ही है जो सबके साथ तालमेल का आधार हो सकता है। उन्होंने कहा, हिंदू समाज जातियों में नहीं बंटेगा क्योंकि हर हिंदू की आत्मा एकता में ही विश्वास करती है। संघ के स्वयंसेवक भी कभी भेदभाव नहीं करते। भागवत ने कहा कि हम सभी हिंदुओं को इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं और हमने यह करके दिखाया भी है। 


समलैंगिकता पर दिया बड़ा बयान 
समलैंगिकता पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के सवाल पर भागवत ने कहा कि जो लोग इस विचार के हैं, वह हमारे समाज का ही हिस्सा हैं, इसलिए उनके लिए अलग से व्यवस्था करना चाहिए। अगर किसी में ऐसी अस्वस्थता या अलग भाव है तो वह हमारे समाज से अलग न हो, हमें इसके लिए व्यवस्था करनी होगी। समय बहुत बदल रहा है लेकिन इसे देश की प्रमुख समस्या बनाकर हो-हल्ला करने की जरूरत नहीं है। समाज को स्वस्थ रखते हुए ऐसे लोगों की व्यवस्था करना चाहिए। 

vasudha

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