मिठाई खिलाकर मोदी ने शाह का किया वेलकम, सांसदों की जमकर लगाई क्लास

Thursday, Aug 10, 2017 - 04:17 PM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक को संबोधित किया। बैठक में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत सभी सांसद मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का स्वागत किया और पिछले तीन वर्षों के दौरान पार्टी अध्यक्ष के रूप में उनके कामकाज की प्रशंसा की। मोदी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी का अध्यक्ष होना कोई आसान काम नहीं है और अमित शाह ने अपने कौशल एवं कठिन परिश्रम से पार्टी संगठन का सफलतापूर्वक विस्तार किया है। पीएम ने अमित शाह का मिठाई खिलाकर स्वागत किया।

सांसदों की लगाई क्लास
पीएम मोदी ने कहा कि जिनती मौज-मस्ती करनी थी कर ली अब अध्यक्ष जी (अमित शाह) आ गए हैं जो अब सब बंद हो जाएगा। पीएम मोदी ने सदन में सांसदों की अनुपस्थिति के मुद्दे को उठाते कहा कि सदन में सांसदों को उपस्थित रहना चाहिए। उन्होंने कहा आप खुद को क्या समझते हैं। आप लोग कुछ नहीं है, मैं भी कुछ नहीं हूं, सबसे ऊपर पार्टी है। पार्टी के बिना कोई कुछ नहीं है।

2019 में बताऊंगा आप सबको
मोदी ने कहा कि आपको बार-बार व्हिप क्यों देना पड़ता है, अटेंडेंस के लिए क्यों बोलना पड़ता है। ठीक है जिसको जो करना है करे, 2019 में मैं देखूंगा। मानसून सत्र खत्म होने से पहले ये आखिरी बैठक थी।

पटेल के खिलाफ कोर्ट जाएंगे शाह
बैठक के दौरान शाह ने संकेत दिए कि अहमद पटेल वाले मामले में कोर्ट जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि गुजरात राज्यसभा चुनाव में तीन सीटों में से दो सीटों पर भाजपा जीती है, वहीं एक सीट पर कांग्रेस जीती है। शाह पहली बार राज्यसभा पहुंचे हैं, वहीं स्मृति ईरानी लगातार दूसरी बार राज्यसभा पहुंची।

पीएम ने ‘न्यू इंडिया’ पर दिया जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जन प्रतिनिधियों और भाजपा कार्यकर्त्ताओं से अपील की कि वे 15 अगस्त से 30 अगस्त तक देशभर में ‘संकल्प से सिद्धि’ कार्यक्रम का आयोजन करें। उन्होंने साल 2022 तक ‘न्यू इंडिया’ के सपने को साकार करने के लिए संकल्पबद्ध होकर काम करने पर भी जोर दिया। भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक को संबोधित करते हुए आज प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 1942 में जिस प्रकार से देश स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए जागृत हुआ था और उसके परिणामस्वरूप ही सन 1947 में देश आजाद हुआ। उसी प्रकार से 2017 से 2022 के बीच पांच साल की अवधि महत्वपूर्ण है और इस अवधि में ‘न्यू इंडिया’ के नारे और संकल्प को पूरे देश में साकार करने की दिशा में हम सभी को प्रयास करना चाहिए।

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