कश्मीर के लोगों को मोदी की सलाह, लद्दाख से लो सीख

Saturday, May 19, 2018 - 05:19 PM (IST)

 श्रीनगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि लद्दाख के लोगों ने मानव उद्यम में उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर क्षेत्र के लोगों को इसका अनुसरण करना चाहिए। बौद्ध आध्यात्मिक गुरु कुशक बाकुला की 100वीं जयंती के समापन समारोह में मोदी ने कहाए ष्कठिनाइयों और दुर्गम स्थान होने के बावजूद लद्दाख के लोगों ने प्रयास करने का उदाहरण पेश किया है और अभी भी विकास और प्रगति के अपने पथ पर आगे बढ़ रहे हैं। इन उदाहरणों का घाटी और जम्मू क्षेत्र के लोगों को अनुसरण करना चाहिए।


उन्होंने कहा कि लद्दाख अपने अतीत को छोड़ काफी आगे निकल चुका है, जहां इसे केवल तीन चीजों टोटू (पॉनी), सोट्ट (पीसा हुआ मक्का) और पाटू (स्थानीय ऊनी कपड़ा) के लिए जाना जाता था। आपके आत्मविश्वास ने लद्दाख को उन दिनों के पिछड़ेपन से बाहर निकालकर नई ऊचांइयों पर पहुंचाया है। मुझे बताया गया है कि लद्दाख की महिला उद्यमी पूरे देश के लिए उदाहरण है। केवल एक लाख 25 हजार लोगों की आबादी होने के बावजूद यहां के लोग प्रतिवर्ष दो लाख पर्यटकों का स्वागत करते हैं। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत लद्दाखी भाषा में की और उपस्थित लोगों ने इसका स्वागत किया।


उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र मेरे लिए नया नहीं है। मैं यहां कई बार आया हूं। जब मैं पार्टी के लिए काम करता था और लद्दाख आता था, तो मेरे दोस्त यहां से मुझे स्वाद और स्थानीय उत्पादन की पवित्रता की वजह से यहां की सब्जियां लाने को कहते थे।


 

Monika Jamwal

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