जहां तीर लगने के बाद भगवान श्रीकृष्ण ने त्यागे थे प्राण, उस गोलोक धाम को लेकर PM मोदी ने कही ये बात

Thursday, Oct 01, 2020 - 10:42 AM (IST)

नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान श्रीकृष्ण के युग द्वापर और उनके कालखंड के बारे में वैज्ञानिक आधार वाली एक परियोजना को विकसित करने का बुधवार को सुझाव दिया। उनके गृह राज्य गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में हिंद महासागर के किनारे स्थित भव्य सोमनाथ मंदिर के ट्रस्टी के तौर पर इसके न्यासी मंडल की कल शाम हुई ऑनलाइन बैठक में भाग लेते हुए पीएम मोदी ने यह सुझाव दिया।

पीएम मोदी ने श्रीकृष्ण के युग द्वापर की भारतीय काल गणना के बारे मे, द्वापर से कलयुग के बदलाव और उनके वैकुण्ठ आदि के बारे में वैज्ञानिक आधार वाली एक परियोजना का सुझाव दिया। पीएम मोदी ने सोमनाथ स्थित गोलोक धाम जहां श्रीकृष्ण ने अपना भौतिक शरीर छोड़ा था, के विकास के बारे में चर्चा करते हुए ऐसी योजना के बारे में सुझाव दिया। ऑनलाइन बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और वयोवृद्ध भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी बतौर ट्रस्टी भाग लिया। इसमें साल 2019-20 के लिए ट्रस्ट के लेखा परीक्षित (ऑडिटेड) अकाउंट को भी मंज़ूरी दी गई।

इसमें कहा गया है कि ट्रस्ट की कुल परिसम्पति 249.37 करोड़ रुपए से बढ़ कर 321.09 करोड़ हो गई है। ट्रस्ट से जुड़े आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते पैदा हुई परिस्थितियों में 15 करोड़ 46 लाख लोगों ने ऑनलाइन दर्शन किया है। मंदिर को लॉकडाउन के दौरान 84 दिनो तक बंद रखा गया था और अब सरकारी दिशा निर्देशों और मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप इसे फिर से खोला गया है।

Seema Sharma

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