ऑफ द रिकॉर्डः मोदी के वीडियो डिसलाइक बने भाजपा की मुसीबत

Saturday, Sep 12, 2020 - 05:57 AM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री की लोकप्रियता को भुनाकर चुनाव दर चुनाव जीतने वाली भाजपा को डर सताने लगा है। प्रधानमंत्री को नापसंद करने वालों की बढ़ती तादाद आजकल सोशल मीडिया में उनके वीडियो पर डिसलाइक के रूप में नजर आ रही है। वहीं मोदी की वीडियो को डिसलाइक करने का यह सिलसिला जारी है। भाजपा में इसे लेकर खलबली मची हुई है। 

सोमवार को प्रधानमंत्री ने नई शिक्षा नीति को लेकर राज्यों के राज्यपालों के साथ मंथन किया। इस ऑनलाइन चर्चा को भाजपा ने 31.5 लाख सब्सक्राइबर वाले यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया लेकिन हैरान करने वाली बात है कि लोगों के पसंदीदा रहने वाले प्रधानमंत्री के वीडियो पर डिसलाइक्स की तादाद लाइक्स के मुकाबले 7 गुना ज्यादा रही। इस दौरान जहां लाइक्स की संख्या 4.2 हजार रही, वहीं डिसलाइक्स की संख्या 32 हजार से भी अधिक रही। इससे पहले आई.पी.एस. अधिकारियों संग चर्चा के वीडियो को भी जमकर डिसलाइक मिले।

3 सितम्बर के यू.एस. इंडिया सम्मिट के वीडियो को कुल 5.42 लाख बार देखा गया और डिसलाइक करने वालों की संख्या एक लाख से ज्यादा थी, वहीं लाइक्स की तादाद महज 13000 थी। इससे पहले 2 सितम्बर के मन की बात के वीडियो को भी 5600 लोगों ने लाइक किया जबकि डिसलाइक की संख्या 21,000 से ज्यादा है। दरअसल पी.एम. नरेंद्र मोदी के वीडियो पर डिसलाइक का मामला तब सुर्खियों में आया जब साप्ताहिक कार्यक्रम मन की बात के वीडियो को बड़ी मात्रा में डिसलाइक किया गया। 

Pardeep

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