ऑफ द रिकॉर्डः मोदी की अपने चुनाव अभियान पर नजर, हर रोज करते हैं 30 फोन

Thursday, May 02, 2019 - 05:05 AM (IST)

नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दैनिक आधार पर अपने चुनाव अभियान पर निजी रूप से निगरानी कर रहे हैं और हर रोज सुबह या देर रात को कम से कम 30 व्यक्तियों को फोन करते हैं, मोदी ने यह व्यवस्था भी कर रखी है कि दिन भर के व्यस्त चुनाव अभियान के बाद रात को दिल्ली वापस लौटना है। वह निजी रूप से चुनाव अभियान में संलिप्त प्रमुख नेताओं, मीडिया टीम के सदस्यों, राज्यों के महासचिव प्रभारियों और प्रभारियों को खुद फोन करते हैं। वह अपनी रैलियों के बारे में ‘फीडबैक’ के अलावा भाषण के अंशों पर प्रतिक्रिया प्राप्त करते हैं और खुद को अपडेट रखते हैं। यहीं बस नहीं, वह उन कुछ पत्रकारों से भी बात करते हैं जिन्हें वह अपने हित के राज्यों में विशेषज्ञ समझते हैं। 

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह प्रतिदिन कम से कम 8 से 10 बार प्रधानमंत्री से बातचीत कर चुनाव अभियान के विवरण पर चर्चा करते हैं। मोदी सुबह 6 बजे वित्त मंत्री अरुण जेतली से बात कर उनसे चुनावी सलाह-मशविरा करते हैं। जेतली को कुछ ‘इन्फैक्शन’ है इसलिए वह सार्वजनिक चमक से दूर रहते हैं लेकिन वह चुनाव अभियान पर सक्रियता से नजर रखते हैं और पंजाब, बिहार, दिल्ली के मामलों को देखते हैं। मोदी की रैलियों के स्थान इन ‘फीडबैक’ के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं और उनके अनुसार ही तिथियां बदली जाती हैं। 30 दिनों के 4 चरणों के व्यस्त अभियान के दौरान मोदी ने 80 रैलियां की हैं। 18 दिन के और चुनाव अभियान में मोदी की 65 अतिरिक्त रैलियां होंगी। औसतन एक दिन में 3 से अधिक का कार्यक्रम है। 

मतदान के शेष 3 चरण भाजपा के लिए बहुत ही निर्णायक हैं जहां उसे राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल (टी.एम.सी.) में कांग्रेस की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। मोदी ने अभी तक रोड शो तहत लगभग 80 रैलियों को सम्बोधित किया है। उदाहरण के तौर पर उन्होंने बारामती की रैली इसलिए रद्द की क्योंकि उनको फीडबैक मिला था कि भाजपा उम्मीदवार वहां सुप्रिया सुले को हरा नहीं पाएगा इसलिए मोदी ने किसी अन्य निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करने का फैसला किया जहां उनकी रैली भाजपा उम्मीदवार के भविष्य को बदल सके। 

मोदी ने तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बहुत कम रैलियों को सम्बोधित किया। केरल में मोदी केवल 2 रैलियों को सम्बोधित कर पाए जिनमें से एक तिरुवनंतपुरम की रैली शामिल है जहां भाजपा उम्मीदवार के पार्टी के लिए प्रथम सीट जीतने की सम्भावना है। वास्तव में महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और ओडिशा के राज्य मोदी के निशाने पर हैं। यही बड़ा कारण है कि वह उत्तर प्रदेश में 24, बिहार में 10 और पश्चिम बंगाल में 14 रैलियों के साथ अपना अभियान खत्म करेंगे।

Pardeep

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