ऑफ द रिकॉर्डः मोदी ने गमछा छोड़ा, कंगना ने अपना मास्क
Sunday, Sep 20, 2020 - 05:53 AM (IST)
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी दौरान होने वाले सत्र के पहले दिन संसद भवन परिसर में प्रवेश करते समय नीले रंग के तीन-स्तरीय मास्क का उपयोग करने का निर्णय लिया। कई लोगों को आश्चर्यचकित करते हुए उन्होंने गरीब आदमी के प्रयोग के अनुकूल 2 रुपए कीमत वाला मास्क लगाना तय किया और अपने ‘गमछा’ को छोड़ दिया, जिसे उन्होंने पूर्व में विभिन्न टी.वी. कार्यक्रमों के दौरान प्रचारित किया था।
सूत्रों की मानें तो यह बदलाव तब आया जब एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया और अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने गमछा का उपयोग करने के बारे में उन्हें सचेत किया, जिसके बाद मोदी ने सांसदों, राजनेताओं और अमीरों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले उच्च लागत वाले एन 95/एन 99 मास्क के बजाय इस नीले रंग के मास्क का विकल्प चुना। शायद, वह 2 रुपए की लागत वाले नीले रंग के मास्क के जरिए अपने आप को गरीब आदमी से जोडऩे का एक और संकेत भेजना चाहते थे।
दूसरी ओर, कंगना रनौत ने केंद्रीय गृह और स्वास्थ्य मंत्रालयों द्वारा सार्वजनिक रूप से मास्क पहनने के लिए बार-बार जारी किए गए कोरोना के मानदंडों को ठेंगा दिखाया। जब उन्होंने अपने स्टाफ और कमांडो के साथ आंशिक रूप से ध्वस्त अपने कार्यालय का दौरा किया, तो वह बिना मास्क के रहीं और सार्वजनिक रूप से बातचीत करते हुए 6 फीट की दूरी बनाए रखने के निर्देश का भी पालन नहीं किया।
जैसे कि यह ही काफी नहीं था, इस ‘झांसी की रानी’ ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात के दौरान भी कोरोना निर्देशों की परवाह न करते हुए मास्क नहीं लगाया था, जबकि राज्यपाल ने लगातार मास्क पहने रखा था। वहीं कंगना और उनकी बहन रंगोली ने मुलाकात के दौरान कोरोना नियमों का बहुत कम पालन किया। वहीं बिहार के आई.पी.एस. अधिकारी को जबरन क्वारंटाइन करने वाले बेचारे बी.एम.सी. ने इस दौरान कोई कार्रवाई नहीं की!