मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही, यही परिणाम के वास्तविक रुझान हैं: खरगे का केंद्र सरकार पर निशाना
punjabkesari.in Wednesday, May 08, 2024 - 06:30 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को दावा किया कि देश में तीन चरणों के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कुर्सी 'डगमगा रही है' और उन्होंने अपने ही 'मित्रों' पर हमला शुरू कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह चुनाव परिणामों के 'असली रुझान' को दर्शाता है।
खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वक्त बदल रहा है। दोस्त दोस्त ना रहा…! तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं। इससे पता चल रहा है कि मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही है। यही परिणाम के वास्तविक रुझान हैं।'' इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना में एक रैली में कहा था कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि उसने 'अंबानी-अडाणी' मुद्दा उठाना क्यों बंद कर दिया है।
वक्त बदल रहा है। दोस्त दोस्त ना रहा…!
— Mallikarjun Kharge (@kharge) May 8, 2024
तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री जी अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं।
इससे पता चल रहा है कि मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही है। यही परिणाम के असली रुझान है।
अंबानी-अडानी पर मोदी ने राहुल गांधी को घेरा
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहजादे पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरु करते थे... पांच साल से एक ही माला जपते थे। पांच उद्योगपति... फिर धीरे-धीरे कहने लगे... अंबानी, अडाणी... लेकिन जब से चुनाव घोषित हुआ है, इन्होंने अंबानी-अडाणी को गाली देना बंद कर दिया।'' उन्होंने कहा, ‘‘जरा शहजादे घोषित करें कि इस चुनाव में अंबानी, अडाणी से कितना माल उठाया है... जरूर दाल में कुछ काला है। पांच साल तक अंबानी, अडाणी को गाली दी और रातोंरात गालियां बंद हो गई। मतलब कोई न कोई चोरी का माल टेम्पो भर-भर के आपने पाया है। ये जवाब देना पड़ेगा देश को।''
प्रधानमंत्री अब अपनी छाया से भी घबरा गए- जयराम रमेश
प्रधानमंत्री के हमले के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि इस चुनाव का रुख इतनी ‘‘तेजी से बदल गया'' है कि ‘‘हम दो हमारे दो के पप्पा'' अपने ही बच्चों पर हमलावर हो गए हैं। उन्होंने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पराजय एक पूर्व निष्कर्ष है। प्रधानमंत्री अब अपनी छाया से भी घबरा गए हैं।" रमेश ने उनकी परछाई के साथ मोदी की एक तस्वीर भी साझा की। रमेश ने कहा, "जिस व्यक्ति ने अपनी पार्टी के लिए 8,200 करोड़ रुपए के चुनावी बॉण्ड एकत्र किए - यह घोटाला इतना व्यापक था कि उच्चतम न्यायालय ने भी इसे असंवैधानिक घोषित कर दिया- वह आज दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं।"
चंदे के बदले लाइसेंस दिए
उन्होंने कहा, "याद रखें कि अपने चार रास्ते के जरिए प्रधानमंत्री ने अपने करीबी लोगों को उनके चंदे के बदले 4 लाख करोड़ रुपए के अनुबंध और लाइसेंस दिए हैं। अगर आज, 21 भारतीय अरबपतियों के पास 70 करोड़ भारतीयों के बराबर संपत्ति है, तो यह सब प्रधानमंत्री के इरादों और उनकी नीतियों के कारण है। यह कहने की जरूरत नहीं है कि उन 21 लोगों में 'हमारे दो' प्रमुख हैं।'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस 28 जनवरी, 2023 से बार-बार "मोदाणी घोटाले" की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित किए जाने की मांग करती रही है। रमेश ने कहा, "हमने 23 अप्रैल, 2024 को चुनाव शुरू होने के बाद भी अपनी इस मांग को दोहराया और पांच दिन पहले ही 3 मई, 2024 को भी यह मांग की।