विदेश नीति में सुरक्षा मोदी सरकार की पहली प्राथमिकता: जयशंकर

Thursday, Jul 14, 2022 - 03:12 PM (IST)

नेशनल डेस्कः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  की सरकार ने विदेश नीति में सुरक्षा को पहली प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने हमेशा सुरक्षा को बहुत उच्च प्राथमिकता दी है, वास्तव में, सुरक्षा हमारी विदेश नीति में नंबर एक प्राथमिकता है। भारत-चीन सीमा पर  जयशंकर ने कहा कि इस संदर्भ में भारत का रुख  कड़ा व स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि   'पिछले दो वर्षों में, हम यह सुनिश्चित करने में बहुत स्पष्ट और बहुत प्रभावी रहे हैं कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर एकतरफा यथास्थिति को बदलने का हमारी तरफ से कोई प्रयास नहीं किया जाएगा।'

 

विदेश मंत्री ने दोहराया कि 1962 में चीन ने कई क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया, जो लद्दाख सहित रणनीतिक है और सीमा बलों के लिए चुनौतियां पैदा कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों के बीच उनके सैन्य कमांडरों और राजनयिकों को शामिल करके चर्चा के माध्यम से सीमा मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत जारी है। सरकार के बजाय अनुयायियों को ही मंदिरों की व्यवस्था का अधिकार दिया जाना चाहिए।

 

एस जयशंकर ने हाल ही में बाली में जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों के एक सम्मेलन के इतर चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों पक्ष सीमा मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने के लिए दोनों पक्षों के बीच अगले दौर की सैन्य वार्ता की प्रतीक्षा करने पर सहमत हुए। 2020 में गलवान संघर्ष के बाद, गतिरोध को हल करने के लिए कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता हुई है। गलवान घाटी में 15 और 16 जून की रात को हुए संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। चीनी सेना की कार्रवाई को लेकर गतिरोध के बाद पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर झड़प हुई।

Tanuja

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