किसानों के साथ बदले की भावना से काम कर रही मोदी सरकार : कांग्रेस सांसद सुरजेवाला

punjabkesari.in Thursday, Jul 25, 2024 - 05:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राज्यसभा में बृहस्पतिवार को कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार किसानों के प्रति बदले की भावना से काम कर रही है क्योंकि उसे लगता है कि इस वर्ग के कारण उसे आम चुनाव (General election) में स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया तथा किसानों से जुड़ी प्रमुख योजनाओं की राशि को पूरी तरह से खर्च भी नहीं किया जा रहा है। उच्च सदन में आम बजट 2024-25 और जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) के बजट पर संयुक्त चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने इसे ‘कुर्सी बचाओ, सहयोगी बचाओ और हार का बदला लेते जाओ बजट' करार दिया। 

यह बजट ‘खेत, खेती और खेतिहर विरोधी'
उन्होंने प्रश्न किया कि क्या सरकार को देश के अन्नदाता किसानों की कराह, गरीब की लाचारी और बेरोजगार युवा की चिल्लाहट सुनाई देती है? उन्होंने कहा, ‘‘क्या जाति और धर्म के विभाजन में फंसे, सत्ता में बैठे हुक्मरान इतने अंधे हो गए हैं कि उन्हें अब अन्नदाता किसान, गरीब और युवा भी जाति नजर आते हैं?'' उन्होंने कहा कि बजट भाषण (Budget Speech) में किसान, युवा और महिलाओं को तीन जाति बताया गया है। सुरजेवाला ने कहा कि यह बजट ‘खेत, खेती और खेतिहर विरोधी' है। उन्होंने कहा कि पिछले दस साल में इस सरकार ने देश के 72 करोड़ अन्नदाता किसानों की ‘पीठ पर लाठी और पेट पर लात मारी है।'
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400 सीटों के दावे को हकीकत में 240 पर पहुंचा दिया
उन्होंने कहा कि इन किसानों के शरीर के घाव तो मिट गए पर आत्मा पर लगे घाव के निशान अभी तक ज्यों के त्यों हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि उसने किसानों पर गोलियां चलाई, जीप से कुचलवाया और तीन काले कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों का उत्पीड़न किया। कांग्रेस सदस्य ने कहा कि जब किसानों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई गई तो उन्होंने सत्तारूढ़ दल के 400 सीटों के दावे को हकीकत में 240 पर पहुंचा दिया जिसके बाद आज बजट के माध्यम से आप उसकी आजीविका छीन रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के साथ बदले की भावना से काम कर रही है। उनके इस आरोप का सत्ता पक्ष के कई सदस्यों ने तीखा विरोध किया।

क्या 2024-25 का आम बजट इस पैमाने पर खरा उतर पाया?
कांग्रेस सदस्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की कृषि उपज की लागत पर 50 प्रतिशत का मुनाफा और वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के दो वादे किए थे। उन्होंने कहा कि क्या 2024-25 का आम बजट इस पैमाने पर खरा उतर पाया? सुरजेवाला ने कहा कि बजट भाषण में किसानों को कृषि उपज की लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा देने की जो बात कही गई है वह एक असत्य दावा किया गया है। उन्होंने कहा कि बजट में किसानों (Farmers) की कर्ज माफी के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार बजट में किसानों की भलाई के लिए योजनाओं की घोषणा करती है किंतु उनका धन खर्च ही नहीं करती है। 
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मांडविया ने सुरेजवाला के आरोप को ‘अनाप-शनाप' बताया
कांग्रेस सदस्य ने दावा किया कि देश के 35 प्रतिशत किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से आज तक वंचित हैं। उन्होंने कहा कि इस बजट में किसान सम्मान निधि का आठ हजार करोड़ रूपया काट लिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को छह हजार रूपये देने का ‘ढोल पीटती है किंतु किसानों से प्रति हेक्टेयर 70 हजार रूपये वसूल कर लेती है।' उन्होंने दावा किया कि यह पहली ऐसी सरकार है जिसने यूरिया (Urea) के बोरे से पांच किलो यूरिया कम कर दिया क्योंकि पहले यह बोरा 50 किलोग्राम का होता था जो अब 45 किग्रा का हो गया है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने सुरेजवाला के आरोप को ‘अनाप-शनाप' बताते हुए कहा कि यूरिया ‘चुरा लेने' का आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि सदस्य ने यह कहकर सदन एवं देश को गुमराह किया है।


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Content Editor

rajesh kumar

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