गुजरात विधानसभा चुनाव: पाटीदारों के गढ़ में आमने -सामने होंगे PM मोदी और राहुल गांधी

Tuesday, Nov 28, 2017 - 06:24 PM (IST)

राजकोट: गुजरात में पूरी तरह जम चुके चुनावी रंग के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को एक ही दिन पाटीदारों का गढ़ कहे जाने वाले सौराष्ट्र में चुनावी सभाएं करेंगे। दोनो मुख्य प्रतिद्वंद्वी दलों के सबसे बड़े ये प्रचारकर्ता इस बार चुनाव के दौरान पहली बार एक ही दिन राज्य में मौजूद रहेंगे

अपने चुनाव अभियान की सोमवार को ही भुज, राजकोट के जसदण और अमरेली के धारी तथा सूरत के कडोदरा में चार रैलियों के साथ विधिवत शुरुआत कर चुके मोदी ने राहुल और कांग्रेस पर तीखे हमले किए थे और ‘गुजराती कार्ड’ भी खेला था। वह बुधवार देर रात ही राजकोट पहुंच जाएंगे और गुरुवार को पाटीदारों की खासी आबादी और हार्दिक पटेल के आंदोलन का एक प्रमुख केंद्र रहे मोरबी में पहली रैली करने के बाद सोमनाथ के निकट प्राची में दूसरी सभा करेंगे।

सोमनाथ मंदिर के दर्शन कर अभियान की शुरुआत करेंगे राहुल
राहुल सोमनाथ मंदिर में दोपहर की पूजा में भाग लेने के बाद अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। मंदिर के महाप्रबंधक विजय चावड़ा ने राहुल के आने के कार्यक्रम की पुष्टि की। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि मोदी भी इस प्राचीन मंदिर में जाएंगे अथवा नहीं। चावड़ा ने कहा कि शाम पांच बजे तक इसकी कोई सूचना नहीं थी। भाजपा के प्रवक्ता भरत पंडया ने कहा कि इस बारे में अभी कोई तय कार्यक्रम नहीं है यानी मोदी मंदिर जा भी सकते हैं।

पीएम मोदी करेंगें चार सभाएं
मोदी गुरुवार को कुल चार सभाएं करेंगे जिनमें से तीसरी भी सौराष्ट्र में ही भावनगर जिले के पालिताणा में होगी। चौथी और अंतिम सभा वह दक्षिण गुजरात के नवसारी में करेंगे। उधर, राहुल के सोमनाथ मंदिर में दर्शन के बाद सौराष्ट्र के ऐसे इलाकों में चुनाव प्रचार का कार्यक्रम बताया जा रहा है जिनमें वह गत 25 से 27 सितंबर तक नवसर्जन गुजरात यात्रा के पहले चरण के दौरान नहीं जा पाए थे। इसमें उन्होंने सौराष्ट्र के पांच जिलों का दौरा किया था।

राहुल के निशाने पर पीएम मोदी
कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने उनके गुरुवार से दो दिन के गुजरात दौरे पर आने की पुष्टि की। राहुल ने राज्य में अब तक के अपने ताबड़तोड़ प्रचार में भाजपा और मोदी पर सीधे हमले किए हैं। उन्होंने जीएसटी और नोटबंदी की कथित विफलता के मुद्दों को जोर शोर से उठाने के अलावा राज्य में 22 साल से सत्ता से दूर अपनी पार्टी की सत्तावापसी के लिए पाटीदार, पिछड़ा वर्ग, दलित और आदिवासी का जातीय गठजोड़ बनाने का भी प्रयास किया है। दूसरी ओर मोदी ने गुजरात को कांग्रेस विरोधी और स्वयं का गुजरात का बेटा बताते हुए राहुल पर कई तीखे प्रहार किए हैं। 

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