जहांगीर से अच्छा लाईफस्टाइल जीते हैं हुकमरान, सोने का बन सकता था जम्मू कश्मीर : गवर्नर

Thursday, Dec 13, 2018 - 08:36 PM (IST)

जम्मू (उदय): रियासत के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने संदेवनदशील मुद्दों पर कोई टिप्पणी करने से बचते हुए राज्यपाल शासन में हुए विकास कार्यों और राज्य में बेहतर हालात कायम करने के लिए उठाए गए कदमों को साझा किया। उन्होंने कहा कि केंद्र से जितना अनुदान जम्मू कश्मीर को मिला उसे इस्तेमाल किया गया होता तो रियासत सोने की होती। भ्रष्टाचार के चलते यहां के हुकमरान चाहे राजनीति, प्रशासनिक या व्यापारिक रहे हों उनका जहांगीर से भी अच्छा लाईफस्टाइल है जबकि आम जनता को बुनियादी सुविधाओं के लिए मुश्किलें झेलनी पड़ रही है। 

आफिसरों की कमी बन रही विकास में बाधा
जल विभाग में भावी प्रोजैक्ट और अफसरों की कमी पर पूछे गए सवाल पर मुख्य सचिव ने कहा कि पीएचई, पीडब्ल्यूडी विभाग में आफिसरों की कमी है। इंचार्ज अफसर के सहारे काम चल रहे हैं जबकि चीफ इंजीनियर है हीं नहीं। विभागों में पदोन्नति नहीं की गई जिसके चलते अधिकारी नहीं है। कोर्ट में मामले विचाराधीन हैं। अधिकारी डीपीआर भी बनाएं कामकाज भी देखें इसलिए जम्मू और श्रीनगर में दो सेल बनाए गए हैं जो सिर्फ डी.पी.आर बनाएंगे ताकि विकास कार्यों को गति के साथ देखरेख की जा सके। 

बनेगी स्पोर्टस टॉस्क फोर्स
स्पोर्ट का जिक्र न होने पर राज्यपाल ने कहा कि श्मीर में फुटबाल लीग में युवा उमड़ रहे हैं। मैच देखने 25 हजार युवा उमड़ पड़े। जिला स्तर पर खेल मैदान चिन्हित करने के लिए कहा जाएगा। जम्मू और श्रीनगर के स्टेडियम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का तैयार किया जा रहा है और लाईटें लगनी बाकी हैं। प्रयास किया जाएगा कि आई.पी.एल. मैच राज्य में करवाए जाएं। स्पोर्ट को बढ़ावा देने के लिए रियासत में स्पोर्टस टॉस्क फोर्स तैयार की जाएगी।


नई लागत से बनेंगे राजौरी-पुंछ में बंकर
सीमावर्ती क्षेत्रों में होने वाली गोलाबारी से बचने के लिए बनने वाले बंकरों पर मुख्य सचिव ने बताया कि राजौरी और पुंछ में बंकर बनना बाकी हैं जबकि जम्मू, सांबा, कठुआ जिले में बंकर बन रहे हैं। राजौरी, पुंछ में बंकरों की लागत को लेकर मामला अटका था। पहाड़ी इलाका होने के चलते लागत जयादा बन रही थी जिसके चलते गृह मंत्रालय ने लागत को बढ़ाया हैऔर जल्द काम शुरू होगा।


कैंसर इंस्टीच्यूट होंगे फंकशनल
राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने बताया कि कैंसर इंस्टीच्यूट के लिए न्यूक्लियर मैडीसीन विभाग तेयार किया गया है और एस.के गुप्ता को मैडिकल कार्पोरेशन का जिम्मेा सांैपा है। जो जरूरी मशीनें और उपकरण जरूरी होंगे उन्हें लाया जाएगा और इसके साथ डॉक्टरों के पदों को भरा जाएगा ताकि लोगों को पर्याप्त सुविधाएं मिलें।

Monika Jamwal

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