आतंकी संगठनों को नहीं मिल रहे कमांडर

Thursday, May 07, 2020 - 05:31 PM (IST)

श्रीनगर : आतंकवाद के पोस्टर ब्वाय हिजबुल मुजाहिदीन के तत्कालीन कमांडर बुरहान वानी को गोली का शिकार बनाने के बाद सुरक्षा बलों द्वारा वर्ष 2016 से कश्मीर घाटी में चलाए गए ‘ऑप्रेशन ऑलआऊट’ के दौरान बहुत से आतंकवादी मारे गए हैं। सुरक्षा बलों ने आतंकी संगठनों के कथित कमांडरों को विशेष तौर पर अपनी गोली का शिकार बनाया। यही कारण है कि वर्ष 2016 में बनाई गई प्रमुख आतंकवादियों की सूची में शामिल लगभग सभी आतंकवादियों का सफाया किया जा चुका है। इसलिए घाटी में सक्रिय आतंकवादियों का मनोबल बेहद गिरा हुआ है और आतंकी संगठनों को कश्मीर में कमांडर एवं डिप्टी कमांडर बनाने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। करीब 74 आतंकवादी तो पिछले चार महीने में ही मारे जा चुके हैं। 

 
सीमा पार से भी नहीं आ पा रहे आतंकी
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों द्वारा सीमा पार पाक अधिकृत कश्मीर में करीब 450 आतंकवादियों को प्रशिक्षण देकर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ के लिए तैयार किया गया है, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के चलते ये आतंकवादी नियंत्रण रेखा पार नहीं कर पा रहे हैं। पाकिस्तानी सेना द्वारा उनकी घुसपैठ करवाने के लिए लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन जा रहा है, लेकिन उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिल पा रही है।  

 

Monika Jamwal

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