कश्मीर में आई.एस. झंडे में लिपटा मिला आतंकी का शव, सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी

Monday, Jul 17, 2017 - 10:33 PM (IST)

श्रीनगर : पिछले दिनों घाटी में एक घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। यहां पर एक आतंकी का शव आई.एस.आई.एस. के झंडे में लिपटा हुआ मिला है। इस घटना के बाद से ही पूरी घाटी में हाई अलर्ट की स्थिति है। इस आतंकी का नाम मुख्तार अहमद लोन उर्फ  गाजी उमर बताया जा रहा है। पुलवामा मुठभेड़ में मारा गया था आतंकी लोन पिछले दिनों पुलवामा में हुए मुठभेड़ में मारा गया था। उसके साथ दो और आतंकी मारे गए थे।


लोन त्राल में सी.आर.पी.एफ . की बटालियन पर हुए आतंकी हमले में शामिल था। इस मामले में जांच शुरू हो गई है। पुलिस की ओर से कहा गया है कि दो आतंकी जो पुलवामा के सातूरा जंगल में मारे गए थे , उसमें से दो स्थानीय नागरिक हैं और एक विदेशी आतंकी था। लोन त्रान का रहने वाला था और दूसरा आतंकी परवेज अहमद मीर पाहू, पुलवामा का रहने वाला था। ये दोनों कई आतंकी गतिविधियों में शामिल थे। लोन सी.आर.पी.एफ . और पुलिस पर हुए ग्रेनेड हमलों में खासतौर पर शामिल था।


कई हमलों में शामिल था आतंकी
 पुलिस की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि त्राल बाला में सी.आर.पी.एफ . कैंप पर जो हुमला हुआ था उसमें दो जवान घायल हो गए थे। इसके अलावा त्राल के ही लारियाल में एक और हमला हुआ था जिसमें 10 सीआरपीएफ जवान घायल हुए थे, इसके अलावा त्राल के पंजू में आर्मी कैंप पर हमला और अरिपाल में पुलिस पोस्ट पर हमला, जिसमें एक सी.आर.पी.एफ . जवान घायल हुआ था, उसमें भी लोन शामिल था।  पुलिस की ओर से जो जानकारी दी गई है उसमें कहा गया है कि वर्ष 2010 में मुश्ताक अहमद कुचे और चार लोगों की हत्या हुई थी। मीर इस केस में न्यायिक हिरासत में था। कोर्ट ने उसे मार्च में रिहा कर दिया था और बाद में वह आतंकी संगठन का हिस्सा बन गया था। मारे गए आतंकियों के पास से एके-47 राइफल और दूसरे हथियार भी बरामद हुए थे।

 

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