बातचीत के लिए तैयार, लेकिन वार्ता और आतंक एक साथ नहीं हो सकते : राजनाथ सिंह

Wednesday, Oct 24, 2018 - 11:31 AM (IST)

श्रीनगर : केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत बातचीत के लिए तैयार है लेकिन ‘आतंक और वार्ता’ एक साथ नहीं हो सकते हैं। सिंह जो एक दिवीसय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे ने कश्मीर में लोगों से सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जाने वाले अभियानों के पास नहीं जाने की अपील की। श्रीनगर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने सभी राजनीतिक पार्टियों से आगामी पंचायती चुनावों में भाग लेने की अपील की। बता दें कि राज्य की दो प्रमुख राजनीतिक पार्टियों नैशनल कांफ्रैंस और पी.डी.पी. ने पहले से पंचायती चुनावों का बहिष्कार करने की घोषणा की है। गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विकसित राज्य बनाना हमारा लक्ष्य है। जहां तक जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की बात है, पिछले 4 महीनों में बड़ा बदलाव दिखा है। पत्थरबाजी के मामलों की संख्या में गिरावट आई है। मुझे सूचना मिली है कि आतंकी भर्ती की संख्या में भी गिरावट आई है। 


राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शहरी निकाय चुनावों के दौरान हिंसा की कोई घटना नहीं हुई। आज राज्य के आगामी पंचायत चुनावों को लेकर भी चर्चा हुई। इसके साथ ही राज्य के विकास के बारे में बात करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकारें जम्मू कश्मीर और लद्दाख के विकास के लिए मिलकर काम कर रही हैं। बीते 21 अक्टूबर को कुलगाम में हुए बम धमाके में मारे गए नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि 21 अक्टूबर को हुए मुठभेड़ के बाद मारे गए नागरिकों के परिवार वालों को 5 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।
 

Monika Jamwal

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