#MeToo: मानहानि मामले पर बोलीं प्रिया रमानी, भय दिखाकर पीड़ितों को करना चाहते हैं चुप

Tuesday, Oct 16, 2018 - 12:20 AM (IST)

नई दिल्लीः ‘मी टू’अभियान के तहत विदेश राज्य मंत्री एम. जे. अकबर के खिलाफ लगे यौन शोषण के आरोपों के मामले में पत्रकार प्रिया रमाणी ने सोमवार को कहा कि अकबर द्वारा उनके खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार हैं। प्रिया रमाणी ने‘मी टू’ अभियान में अकबर पर यौन उत्पीडऩ के आरोप लगाये थे जिसके बाद अकबर ने आज रमाणी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया।



अकबर पर रबानी समेत 10 से अधिक महिलाओं ने यौन शोषण के आरोप लगाये हैं। अकबर पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाली पत्रकार रबानी ने बयान जारी कर कहा मंत्री भय दिखाकर उनके द्वारा पीड़ति महिलाओं को चुप कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मुझे इस बात से गहरी निराशा हुई है कि केंद्रीय मंत्री ने कई महिलाओं के विस्तृत आरोपों को राजनीतिक षडय़ंत्र कहकर खारिज कर दिया। मेरे खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करके अकबर ने मेरे रुख को और अधिक साफ कर दिया है। कई महिलाओं द्वारा लगाये गंभीर आरोपों को वह भय और पीड़ा का डर दिखाकर दबाना चाहते हैं।



प्रिया रमाणी ने कहा, यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि मैं मेरे ऊपर लगाए गए मानहानि के आरोपों के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हूं। सत्य और पूरी तरह से सत्य ही मेरा एकमात्र पक्ष है। सोमवार को अकबर ने प्रिया रमाणी के खिलाफ दिल्ली की अदालत में मानहानि का मुकदमा दायर किया। अकबर ने दायर किये गये मानहानि मुकदमें में अपने ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों को सोशल मीडिया पर मनगढ़ंत और बेबुनियाद करार दिया। याचिका में कहा गया है कि अकबर के खिलाफ सोशल मीडिया में अकबर के खिलाफ झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाने से उनकी छवि को परिवार, समाज और मित्रों के बीच ठेस पहुंची है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है।

Yaspal

Advertising