JK Chunav Result: महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा को मिली हार, NC के बशीर अहमद ने 8 हजार से अधिक वोटों से हराया

punjabkesari.in Tuesday, Oct 08, 2024 - 02:26 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। इल्तिजा को नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार बशीर अहमद शाह वीरी के हाथों हार का सामना करना पड़ा। 12वें राउंड की मतगणना के बाद बशीर अहमद को 31,292 वोट मिले, जबकि इल्तिजा को 22,534 वोट ही मिल सके। इस तरह बशीर अहमद ने इल्तिजा को 8,000 से अधिक वोटों से हराया। वहीं, बीजेपी के उम्मीदवार सोफी युसुफ को सिर्फ 3,468 वोट मिले, जिससे वे तीसरे स्थान पर रहे। इस सीट पर 1,475 वोट नोटा को भी मिले।

एक्स पर एक पोस्ट में इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने लोगों के फैसले को स्वीकार कर लिया है और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके लिए प्रचार करने के लिए धन्यवाद दिया। इल्तिजा मुफ्ती ने कहा, "मैं लोगों के फैसले को स्वीकार करती हूं। बिजबेहरा में सभी से मुझे जो प्यार और स्नेह मिला है, वह हमेशा मेरे साथ रहेगा। इस अभियान के दौरान कड़ी मेहनत करने वाले पीडीपी कार्यकर्ताओं का आभार।"

पीडीपी के अन्य उम्मीदवारों की स्थिति
पीडीपी के अन्य उम्मीदवारों की बात करें तो कुपवाड़ा सीट से मीर मोहम्मद फयाज, त्राल से रफीक अहमद नायक और देवसर से मोहम्मद सरताज मदनी आगे चल रहे हैं। हालांकि त्राल और देवसर में अभी काफी राउंड की मतगणना बाकी है, लेकिन इन सीटों पर पीडीपी की बढ़त बनी हुई है।

चुनाव आयोग के ताजा आंकड़े
चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में बीजेपी को अब तक 6 सीटों पर जीत हासिल हो चुकी है और वह 23 सीटों पर आगे चल रही है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की है और 37 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। पीडीपी को एक सीट पर जीत मिली है और वह तीन सीटों पर आगे है। कांग्रेस भी 6 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

सीट हारना मुफ्तियों के लिए बड़ा झटका
श्रीगुफवारा-बिजबेहरा पिछले कुछ दशकों से पीडीपी का गढ़ रहा है। परिसीमन से पहले बिजबेहरा विधानसभा सीट पर इल्तिजा मुफ्ती के दादा और पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद और उनकी मां महबूबा मुफ्ती का कब्जा था। सीट हारना मुफ्तियों के लिए बड़ा झटका है। जम्मू-कश्मीर चुनाव के पहले चरण में 18 सितंबर को यहां मतदान हुआ था और इस निर्वाचन क्षेत्र में 60.43 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2014 के चुनावों में पीडीपी के अब्दुल रहमान भट ने वीरी को हराया था। लेकिन इस बार वीरी अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और जीत की ओर बढ़ रहे थे। पिछले कुछ सालों से एनसी इस निर्वाचन क्षेत्र में पैठ बनाने की कोशिश कर रही है और जोरदार प्रचार कर रही है।

2014 में पीडीपी ने जीती थीं 28 जीतें 
2014 के विधानसभा चुनावों में पीडीपी ने 28 सीटें जीती थीं। पार्टी ने 2015 में भाजपा के साथ गठबंधन करके जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाई थी। हालांकि, 2018 में भाजपा ने अपना समर्थन वापस ले लिया। इस बार महबूबा मुफ़्ती ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा और उनकी बेटी दक्षिण कश्मीर में पार्टी का चेहरा थीं। महबूबा मुफ़्ती ने 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। केंद्र शासित प्रदेश में 90 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव, अनुच्छेद 370 के निरस्त होने और इसकी संरचना में बदलाव के बाद पहला चुनाव तीन चरणों में आयोजित किया गया था - 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर।


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Content Editor

rajesh kumar

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