Meghalaya: आखिरी कॉल, हांफती आवाज...कौन हैं वो तीन लोग जो जान सकते हैं सोनम कहां है और राजा को क्या हुआ?

punjabkesari.in Monday, Jun 09, 2025 - 08:02 AM (IST)

शिलांग:–  इंदौर से शिलांग तक का एक कपल के लिए हनीमून सफर अब एक गहरी गुत्थी बन चुका है। नवविवाहित जोड़ा — राजा और सोनम — 23 मई से लापता हैं, और इस रहस्यमयी गायब होने की कहानी में अब तीन अनजान चेहरों की एंट्री ने जांच को नया मोड़ दे दिया है। अब इस केस में एक गाइड की गवाही ने तहलका मचा दिया है। उसने दावा किया है कि जिस दिन दंपति गायब हुए, उससे ठीक पहले वे तीन अनजान लोगों के साथ बातचीत करते देखे गए थे। तो आखिर कौन हैं ये तीन लोग? और क्या ये “तीन राजदार” ही इस रहस्य की चाबी हैं?

राजा-सोनम की आखिरी लोकेशन और संदिग्धों की पहचान की कोशिश

शिलांग के लोकल गाइड अल्बर्ट परे ने बताया कि 22 मई को दोपहर के वक़्त उसने सोनम और राजा को तीन पर्यटकों से बात करते हुए देखा। बातचीत हिंदी में हो रही थी और उसे यह बातचीत सामान्य नहीं लगी। ये वही दिन था जब दंपति शिप्रा होम स्टे में ठहरे थे, और शाम को ब्रिज ट्रिप से लौटे थे। गाइड ने यह भी बताया कि 23 मई की सुबह राजा और सोनम ने उसे यह कहकर मना कर दिया कि अब उन्हें गाइड की ज़रूरत नहीं है — वे अब आगे अकेले निकलेंगे। इसी दिन सोनम की अपने परिवार से आखिरी कॉल हुई, जिसमें वह सांस फूलने की बात कर रही थीं।

आखिरी कॉल, हांफती आवाज और रहस्यमयी चुप्पी

सोनम की सास के अनुसार, 23 मई को दोपहर में सोनम से आखिरी बार बात हुई थी। फोन पर उसकी आवाज़ थकी हुई और हांफती हुई थी। उसने बताया था कि वे ऊंचाई पर ट्रैकिंग कर रहे हैं। इसके बाद से राजा और सोनम का कोई अता-पता नहीं है। उसी रात, करीब 9 बजे, उनकी स्कूटी रिमगांव के पास लावारिस हालत में पाई गई।

CCTV फुटेज से सामने आई दिनचर्या की कड़ियां

पुलिस ने होटल, होम स्टे और रास्तों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल लिए हैं। 21 मई की शाम का वीडियो राजा को होटल में चेक-इन करते हुए दिखाता है, जबकि 22 मई और 23 मई के विजुअल्स में वे ट्रैवलिंग के लिए निकलते हुए देखे गए हैं। पुलिस अब इन तीन अनजान लोगों की तलाश में जुटी है, जिनके बारे में अल्बर्ट परे ने जानकारी दी है। माना जा रहा है कि अगर ये तीन लोग सामने आएं या पकड़े जाएं, तो गायब जोड़े के रहस्य से परदा उठ सकता है।

राज्य सरकार की प्रतिक्रिया और रेस्क्यू अभियान

इस मामले ने अब प्रशासन को भी हिला दिया है। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने खुद पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया है कि राज्य की पुलिस और NDRF/SDRF की टीमें इस खोज को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही हैं। दूसरी ओर, राज्य के एक मंत्री ने इसे एक “दुर्भाग्यपूर्ण घटना” कहकर टालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस इसे साधारण मानने को तैयार नहीं।


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Content Writer

Anu Malhotra

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