पुरूषों से कम नहीं है जम्मू कश्मीर की महिलाएं , हर क्षेत्र में किया ऊंचा नाम

Wednesday, Jan 17, 2018 - 08:24 PM (IST)

श्रीनगर: कश्मीर का नाम आते ही जहां बर्फीली वादियां और डल झीन नजर आती है वहीं खून खराबा और आतंक का मंजर भी आंखों के सामने आ जाता है। कश्मीर में महिलाओं की जिन्दगी भी आसान नहीं है पर कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जिन्होंने आतंक के डर और बंदिशों की चारदिवारी से परे अपना मुकाम हासिल किया है। ऐसी ही कुछ महिलाओं से आज हम आपको मिलवाएंगे। यह वो महिलाएं हैं जिन्होंने इतिहास रच डाला है।


शरमीन
शरमीन का नाम इन दिनों काफी सुनने को मिल रहा है। 40 वर्ष की शरमीन दो बच्चों की मां है और पेशे से डाक्टर है। शरमीन को ड्राइविंग का काफी शौक है। उन्हें स्नो कार रेसिंग का खासा शौक है। 20 जनवरी को गुलमर्ग में आयोजित होने वाली स्नो कार रेसिंग में शरमीन भाग लेंगी। इसी के साथ वह जम्मू कश्मीर की पहली महिला बन जाएंगी जो स्नो कार रेसिंग में हिस्सा लेंगी। अभी तक इसमें सिर्फ पुरूष ही भाग लेते रहे हैं।


महबूबा मुफ्ती
इन्हें कौन नहीं जानता है। राजनीति की महाज्ञानी महबूबा ने वर्ष 2016 में उस समय जम्मू कश्मीर की सत्ता की कमान संभाली जब उनके पिता सीएम मुफ्ती का निधन हो गया। सीएम बनते ही महबूबा ने जम्मू कश्मीर की पहली महिला सीएम होने का इतिहास रचा। महबूबा का जन्म 22 मई 1959 को कश्मीर के बिजबिहाड़ा में हुआ था। 


आयशा अजीज
जम्मू कश्मीर के बारामूला के ख्वाजा गांव की रहने वाली आयशा सिर्फ जम्मू कश्मीर की ही नहीं बल्कि देश की सबसे कम उम्र की पायलट हैं।


ओवेसा इकबाल
ओवेसा जम्मू कश्मीर की पहली महिला आईएएस अधिकारी हैं। ओवेसा लद्दाख के दूर दराज गांव चाचटू की रहने वाली हैं और उन्होंने अपनी पढ़ाई केमिकल इंजीनियरिंग में की है।
 

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