BJP का झंडा लहराने वाली मीनाक्षी लेखी बनी कैबिनेट मिनिस्टर, जानें कैसा रहा सियासी सफर

Wednesday, Jul 07, 2021 - 08:50 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारतीय जनता पार्टी का लोकप्रिय चेहरा और अच्छी वक्ता मीनाक्षी लेखी अपने राजनीतिक विरोधियों का मुकाबला करते हुए लंबे वक्त से पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की वकालत करती रहीं और इसी काबिलियत के कारण उन्हें केंद्रीय मंत्रिपरिषद में जगह मिली। प्रतिष्ठित नयी दिल्ली क्षेत्र से दूसरी बार सांसद बनी 44 वर्षीय लेखी ने बुधवार को केंद्रीय राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली।

दो बार बनी सांसद
लगातार दो बार सांसद रह चुकीं मीनाक्षी लेखी ने साल 2014 के लोकसभा चुनावों में नई दिल्ली से जीत हासिल की थी। इसके बाद 2019 में भी उन्होंने यहां भाजपा का परचम लहराया था। उन्होंने महिलाओं और पर्यावरण से लेकर कानून तथा विकास से जड़े कई मुद्दों पर संघर्ष के अग्रिम मोर्चे पर रही हैं।

महिलाओं से जुड़े कई मुद्दे उठाए
दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक करने वाली लेखी ने एक वकील के तौर पर सशस्त्र बलों में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। उनकी अवमानना याचिका के कारण ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के खिलाफ ‘‘चौकीदार चोर है’’ टिप्पणी के लिए 2019 में उच्चतम न्यायालय में माफी मांगनी पड़ गयी थी।

2010 में बनी भाजपा उपाध्यक्ष
उन्हें 2010 में भाजपा की महिला मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया गया। बाद में पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता के तौर पर उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों से मुकाबला करते हुए मीडिया में पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की वकालत की। सांसद के तौर पर लेखी महिला आरक्षण विधेयक और कार्य स्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) विधेयक समेत महत्वपूर्ण विधेयकों का मसौदा तैयार करने वाली समितियों का हिस्सा रहीं।

संयुक्त समिति की अध्यक्ष भी रहीं
उन्होंने विदेश मामलों पर स्थायी समिति समेत अलग-अलग संसदीय समितियों में भी काम किया। वह सार्वजनिक उपक्रम पर समिति और निजी डेटा सुरक्षा विधेयक, 2019 पर संयुक्त समिति की अध्यक्ष भी रहीं। राजनीति के साथ ही लेखी की सामाजिक कार्यों, साहित्य और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी दिलचस्पी रही है

rajesh kumar

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