औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती की तरफ किसानों को किया जा रहा जागरूक
punjabkesari.in Tuesday, Mar 12, 2019 - 07:43 PM (IST)
कठुआ : हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान शिमला द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से मंगलवार को केंद्र में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया। औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती पर आयोजित इस शिविर में जम्मू क्षेत्र के लगभग पचास प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। केंद्र के प्रमुख डॉ अमरीश वैद्य ने कहा कि औषधीय पौधे एक तरह से महत्वपूर्ण हैं। इसकी संपत्ति हर स्थान पर है। उन्होंने कहा कि इसके प्रति किसान जागरूक हों, इसी मकसद से समय समय पर कार्यक्रमों का आयोजन कर किसानों को जागरूक किया जाता है। किसान आर्थिक विकास के लिए औषधीय और सुगंधित पौधों को उगाकर अपनी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत कर सकते हैं।
संस्थान के निदेशक डॉ. वी.पी तिवारी ने कहा कि हिमालय वन अनुसंधान संस्थान शिमला भारतीय वन अनुसंधान और शिक्षा परिषद देहरादून के 9 क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थानों में से एक महत्वपूर्ण है। संस्थान और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में सहमति के साथ ही ऐसे आयोजन हो रहे हैं। उन्होंने जिला कठुआ में विभिन्न औषधीय और सुगंधित पौधों की क्षमता पर भी किसानों को बताया। इस मौके पर किसानों ने विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी ली।