कांग्रेस के आरोप पर विदेश मंत्रालय की सफाई, बोला- गैरकानूनी कब्जे वाले हिस्से में चीन बना रहा पुल, हम रख रहे नजर

Friday, May 20, 2022 - 08:34 PM (IST)

नई दिल्लीः भारत ने शुक्रवार को कहा कि चीन द्वारा लद्दाख क्षेत्र में पैंगोंग त्सो झील पर बनाया जा रहा एक नया पुल और उसके साथ पहले से बना पुल उस क्षेत्र में हैं जो 1960 के दशक से चीन के गैरकानूनी कब्जे में है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक बयान में यह भी कहा कि सरकार देश की सुरक्षा से जुड़े सभी घटनाक्रम पर लगातार निगाह रखती है और देश की संप्रभुता और भौगोलिक अखंडता की रक्षा के लिए हर संभव उपाय करती है।

विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है,‘‘ हमने चीन द्वारा पैंगोंग झील पर पहले के पुल के साथ-साथ एक नया पुल बनाने की खबरों को देखा है। ये दोनों पुल उन इलाकों में हैं, जो 1960 के दशक से चीन गैरकानूनी कब्जे में हैं। हमने अपनी जमीन पर ऐसे गैरकानूनी कब्जों को कभी स्वीकर नहीं किया है और न ही हमने चीन के अनुचित दावे अथवा निर्माण कार्य को भी स्वीकारा है।'' बयान में कहा गया है,‘‘ हमने अनेक बार स्पष्ट किया है कि केंद्रशासित जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के क्षेत्र भारत के अभिन्न अंग हैं और हम उम्मीद करते हैं कि दूसरे देश भारत की सार्वभौमिकता और भौगोलिक अखंडता का सम्मान करेंगे।''

विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत के सुरक्षा हितों की पूरी हिफाजत सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने विशेष रूप से 2014 से सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास का काम तेज किया है जिसमें सड़कों, पुलों आदि का विकास शामिल है। मंत्रालय ने कहा कि इससे भारत की सामरिक और सुरक्षा संबंधी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकता है बल्कि इससे सीमावर्ती क्षेत्रों में आर्थिक में भी मदद मिलेगी। मंत्रालय ने कहा है, ‘‘सरकार उन सभी घटनाक्रमों पर निरंतर निगाह रखती है, जिनका भारत की सुरक्षा से संबंध होता है। सरकार देश की संप्रभुता और भौगोलिक अखंडता की रक्षा के लिए हर संभव उपाय करती है।''

इससे पहले कतिपय खबरों में कहा गया था कि पैंगोंग त्सो पर दूसरा पुल बना रहा है, जो पहले से बड़ा और चौड़ा है, जिसमें सेना की बख्तरबंद गाड़यिां आ-जा सकती हैं। पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में भारत और चीन के बीच इस समय चल रहा गतिरोध तीसरे वर्ष में प्रवेश कर गया है और उसे देखते हुए यह घटनाक्रम महत्वपूर्ण है। चीन ने पहला पुल ही अभी पिछले महीने बनाकर तैयार किया था और दूसरे पुल के निर्माण में उसकी सुविधा उठाई जा रही है।

Yaspal

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