MCD चुनावः माकन का बयान- कांग्रेस के संपर्क में हैं भाजपा के कई MLA

Wednesday, Mar 22, 2017 - 05:01 PM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली प्रदेश कांग्रेस तीनों निगमों के अगले महीने होने वाले चुनाव में कोई बड़ी सभा नहीं करेगी और सोशल मीडिया तथा छोटी-छोटी सभाएं कर जनसंपर्क बनाएगी। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन और मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा के कई पार्षदों ने उनसे संपर्क साधा है। निगम चुनाव के लिए पार्टी का प्रचार अभियान 25 मार्च से शुरू किया जाएगा। निगम चुनावों के लिए कल से नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू होगी। कांग्रेस निगम चुनावों को बहुत गंभीरता से ले रही है, क्योंकि 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में उसका पूरी तरह सूपड़ा साफ हो गया था। पिछले साल निगमों के 13 वार्डों पर हुए चुनाव में पार्टी को 5 स्थानों पर वियजी मिली थी। फिलहाल कांग्रेस तीनों निगमों में विपक्ष में है। निगम चुनाव के लिए 22 अप्रैल को मतदान होना है।   

'दिल की बात दिल के साथ'
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि निगम चुनावों के लिए कांग्रेस ने अपने प्रचार अभियान को ' दिल की बात दिल के साथ' नारा दिया है। पार्टी 25 मार्च को फेसबुक के जरिए लाइव चर्चा कर मतदाताओं तक अपनी बातों को रखेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी दिल्ली के मशहूर खाने-पीने के क्षेत्रों और दुकानदारों तथा सुबह के समय पार्कों में जाकर मतदाताओं से संपर्क करेगी। इनमें पुरानी दिल्ली की मशहूर पराठे वाली गली और पहाडग़ंज में सीताराम छोले भटूरे वाले आदि शामिल हैं। स्थानीय बाजारों और सब्जी मार्किटों में भी पार्टी के कार्यकर्ता जाकर दिल्ली की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए पार्टी के कार्यक्रमों की जानकारी देंगे। 

अहम माने जा रहे यह चुनाव
गौरतलब है कि तीनों निगमों पर काबिज भाजपा ने इस बार अपने किसी मौजूदा पार्षद या उसके रिश्तेदारों को टिकट नहीं देने की घोषणा की है। इसे लेकर पार्षदों में बहुत नाराजगी है। ऐसी अफवाहें है कि भाजपा के पार्षद बगावत कर अन्य पार्टियों के टिकटों पर चुनाव लड़ेंगे। तीनों निगमों के कुल 272 वार्डो में से 153 पर भाजपा के पार्षद हैं। निगम चुनाव कांग्रेस आम आदमी पार्टी और भाजपा तीनों के लिए अपने साख को फिर से बनाए रखने के लिए अहम माने जा रहे हैं। यह चुनाव जहां आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के 2 वर्ष के कार्यकाल का पैमाना साबित होंगे वहीं कांग्रेस अपनी खोई हुई साख को फिर से प्राप्त करने के लिए जी-जान लगाएगी। भाजपा भी निगमों पर फिर से काबिज होने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ेगी। 

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