मोदी का समर्थन नहीं करेंगे माया, ममता और अखिलेश- राहुल गांधी

Friday, May 17, 2019 - 07:31 PM (IST)

नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव बाद गठबंधन की संभावना का स्पष्ट संकेत देते हुए शुक्रवार को दावा किया कि बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा मुखिया अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और तेदेपा सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू भाजपा के साथ नहीं जाएंगे। उन्होंने यह उम्मीद जताई कि इस चुनाव में संप्रग और दूसरी धर्मनिरपेक्ष पार्टियां अधिकतर सीटें जीतेंगी। गांधी ने यह भी कहा कि चुनाव बाद संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी के अनुभव का फायदा उठाया जाएगा।

वैचारिक रूप से सपा-बसपा और कांग्रेस तीनों समान
लोकसभा चुनाव अंतिम चरण के लिए प्रचार खत्म होने के मौके पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं इसका सम्मान करता हूं कि सपा और बसपा ने अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया। उत्तर प्रदेश में हमने प्रियंका गांधी एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया से कहा था कि हमारी पहली प्राथमिकता यह है कि भाजपा हारे। दूसरी प्राथमिकता यह कि हमारी विचारधारा आगे बढ़ते और तीसरा प्राथमिकता यह है कि अगला विधानसभा चुनाव हम जीतें।'' उन्होंने कहा, ‘‘परंतु वैचारिक रूप से सपा, बसपा और हम समान हैं। मुझे नहीं लगता कि मायावती, अखिलेश जी, ममता बनर्जी जी या (तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू) नायडू भाजपा अथवा नरेंद्र मोदी का समर्थन करेंगे।''

धर्मनिरपेक्ष पार्टियां जीतेगी ज्यादा सीट
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह दावा भी किया कि इस चुनाव में धर्मनिरपेक्ष पार्टियां अधिकतर सीटें जीतेंगी। यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस का प्रदर्शन का क्या रहने वाला है तो गांधी ने कहा कि वह मतदाताओं के फैसले के बारे में कुछ नहीं कहेंगे। प्रधानमंत्री पद के सवाल पर गांधी ने कहा, ‘‘मैं कई बार स्पष्ट रूप से कह चुका हूं कि 23 मई को जनता जो भी फैसला करेगी, हम उसे मानेंगे। उससे पहले कुछ नहीं कहेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी ने मजबूती से विपक्ष की भूमिका निभाई। हमने मोदी की भ्रष्टाचार-विरोधी सच्चाई की पोल खोली। आज सारे देश में "चौकीदार चोर है" का नारा लग रहा है। हमने प्रभावी ढंग से जनता के मुद्दे उठाए। मोदी जी के पास असीमित धनबल, मार्केटिंग, टीवी प्रचार था; हमारे पास सिर्फ "सच्चाई" थी और सच्चाई जीतेगी।''

मोदी के पास दिखाने को कुछ नहीं
गांधी ने कहा, ‘‘मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमने मोदी और भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ी और हमारे संस्थानों की रक्षा की। यही हमारा मूल कर्तव्य है।'' प्रधानमंत्री के पांच वर्षों के कार्यों के बबारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष के नेता के तौर पर मुझे लगता है कि नरेंद्र मोदी बेरोजगारी की समस्या को दूर करते, किसानों के संकट का समाधान करते। लेकिन वह विफल रहे। अब उनके पास दिखाने के लिए कुछ नहीं है। अब वह ध्यान भटका रहे हैं।'' उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ''सोनिया गांधी जी और मनमोहन सिंह जी के पास बहुत अनुभव है। मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूँ कि अनुभवी लोगों को दरकिनार कर दूं। हम सोनिया जी के अनुभव का फायदा उठाएंगे।''

Yaspal

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