कश्मीर के इस क्षेत्र में अजान और मन्दिर की घंटी के साथ गूंजती है गुरबाणी भी
Tuesday, Oct 13, 2020 - 06:59 PM (IST)
श्रीनगर: कश्मीर को पिछले कुछ दशकों से आतंकवाद के लिए जाना जाता है। जाना भी क्यों न जाएं, आए दिन हो रहे एनकाउंटर, हथियार छीनने के प्रयास, आतंकी हमले, युवाओं का घर से भागकर आतंकी बनना, यह सब एक रिवजा बन गया है। हांलाकि इस पर बहुत हद तक रोक भी लगी है और लोग मुख्यधारामेंलौट रहे हैं पर हमकों बात बता रहे हैं घाटी की एक ऐसी वादी की जिसमें सर्वधर्म परमर्ध है।
अनंतनाग का मटटन गांव। समाज के विभिन्न तबके के लोग यहां रहते हैं। मिलजुलकर और भाईचारे के साथ ये लोग इस क्षेत्र को और भी सुन्दर बना रहे हैं। गुरूद्वारा हो या फिर मस्जिद या फिर मन्दिर, इस गांव में सब है। इस गांव में धार्मिक सोहार्द साफ देखने को मिलता है। 90 के दशक से पहले गांव में ज्यादातर हिन्दू और सिख लोगों की आबादी थी। पलायन के दौरान कश्मीरी पंडित घाटी से पलायन कर गये। लेकिन 96वें के बाद परिवार वापस लौटे। आज वे मुस्लिम भाईयों के साथ प्यार से रह रहे हैं। वे अच्छे पड़ोसियों की तरह एक दूसरे के घर भी आते-जाते हैं और दुख-सुख भी बांटते हैं। मुश्किल घड़ी में भी मटटन गांव में पुरानी परम्पराएं नहीं बदली गई। लोग आज भी एक दूसरे के धर्म की इज्जत करते हैं और मानवता को ही सर्वधर्म मानते हैं।