Mastectomy मर्दों में भी होता है ब्रैस्ट कैंसर

Tuesday, Dec 31, 2019 - 06:33 PM (IST)

जालंधर(सोमनाथ): आम तौर पर ब्रैस्ट कैंसर को केवल महिलाओं में होने वाली बीमारी माना जाता है लेकिन बहुत से देशों में हुए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि केवल महिलाओं ही नहीं पुरुषों में ब्रैस्ट कैंसर हो सकता है। 1985 से लेकर 2007 के बीच मोरक्को स्थित National Institute of Oncology in Rabat (NIOR)  में हुए अध्ययन के मुताबिक मोरक्को में 127 पुरुषों में ब्रैस्ट कैंसर पाया गया। अध्ययन में पाया गया कि पुरुषों में होने वाले कुल कैंसर के केसों में 1 प्रतिशत ब्रैस्ट कैंसर हो सकता है।

हालांकि युवा भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। ज्यादातर देशों में अब तक पुरुषों के लिए स्तन कैंसर की जांच के लिए मैमोग्राम सर्विस जैसे कार्यक्रम नहीं हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के लिए कैंसर पर यह रिपोर्ट तैयार करने वाले बर्नार्ड स्टीवर्ट का मानना है कि इसके लिए सरकारों को आगे आने की जरूरत है।

सिंगर बियॉन्से के पिता मैथ्यू नोल्स का खुलासा
हॉलिवुड सिंगर बियॉन्से के पिता मैथ्यू नोल्स ने गत माह खुलासा किया था कि वे ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित हैं।मैथ्यू ने टीवी शो 'गुड मॉर्निंग अमेरिका' के आने वाले एपिसोड में अपनी इस बीमारी के बारे में बताया था।

जर्मनी में हर साल पाये जाते हैं 600 केस
जर्मनी में हर साल करीब 600 पुरुष ब्रैस्ट कैंसर के मरीज पाए जाते हैं, जबकि महिला मरीजों की संख्या 74,500 है। जर्मन सोसाइटी ऑफ यूरोलॉजी की प्रोफैसर सबीने क्लीश कहती हैं कि हालांकि यह महिलाओं के मुकाबले बहुत छोटी संख्या है, लेकिन इसके बारे में जागरूकता से जानें बचाई जा सकती हैं। मर्दों को आम तौर पर लगता है कि उन्हें स्तन कैंसर नहीं हो सकता, इसलिए ऐसे लक्षण होने पर भी वे उसे गंभीरता से नहीं लेते और डॉक्टर तक आते आते बहुत देर कर देते हैं।

छाती पर गांठ बनना
अक्सर बड़ी उम्र के पुरुषों में छाती पर गांठ पड़ने की शिकायत हो जाती है। इसे किसी भी हाल में इग्नोर नहीं किया जाना चाहिए। ये ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है। इन गांठों में दर्द नहीं होता है। जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, इसकी सूजन गर्दन तक फैल जाती है।

WHO की रिपोर्ट
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार अगर इसी रफ्तार से कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ती रही तो 2030 तक दुनिया भर में 5 में से एक पुरुष 75 साल की आयु से पहले कैंसर का मरीज होगा। 8 में से एक की मौत कैंसर के कारण होगी। पश्चिमी देशों में स्तन कैंसर तेजी से फैल रहा है। हर 8 में से 1 महिला को ब्रेस्ट कैंसर है। हालांकि भारत में अभी हर 22 में से एक महिला में ही यह पाया गया है, लेकिन आंकडें बढ़ रहे हैं।

जब ये लक्षण सामने आएं

  • छाती में सूजन
  • निप्पल्स का अंदर की ओर धंसना
  • छाती या निप्पल में दर्द
  • निप्पल से डिस्चार्ज (ब्रेस्ट मिल्क नहीं)
  • निप्पल के पास या कहीं भी लंप होना।
  • छाती की स्किन या निप्पल में रैडनेस
  • आर्मपिट (बगल) में लंप होना।
  • छाती के साइज में बदलाव।
  • निप्पल्स से खून आना।
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Yaspal

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