चीन ने फिर मसूद अजहर को बचाया, UNSC के सदस्य देश हुए नाराज

Thursday, Mar 14, 2019 - 02:14 PM (IST)

इंटरनेशल डेस्कः पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की भारत की कोशिश को एक और झटका लगा है। दरअसल, चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगा दी। यह चौथी बार है जब चीन ने मसूद अजहर के मामले में यह रूख अपनाया है। चीन ने मसूद को आतंकी घोषित करने की समय सीमा से ठीक पहले प्रस्ताव पर वीटो लगाकर अड़ंगा डाल दिया।


UNSC के कई सदस्य नाराज
चीन के अड़गा डालने पर अमेरिका सहित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों ने नाराजगी जताई है। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने के मार्ग को बाधित करने से नाराज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने चेतावनी दी कि यदि चीन अपनी इस नीति पर अड़ा रहा तो जिम्मेदार सदस्य परिषद में अन्य कदम उठाने पर मजबूर हो सकते हैं। सुरक्षा परिषद के एक दूत ने चीन को असामान्य कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि चीन इस कार्य में बाधा पैदा करना जारी रखता है, तो जिम्मेदार सदस्य देश सुरक्षा परिषद में अन्य कदम उठाने पर मजबूर हो सकते हैं। ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए।



भारत ने जारी किया बयान
भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हम चीन के इस कदम से निराश हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम सदस्य राष्ट्रों की ओर से किये गये प्रयासों के लिए आभारी हैं जो मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव रखा। हम यह सुनिश्चित करने के लिए सभी रास्ते अपनाएंगे कि आतंकवादी सरगना जो जघन्य हमलों में शामिल है उसे न्याय के दायरे में लाया जाए।


मसूद ने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। जेईएम सरगना मसूद अजहर के खिलाफ प्रस्ताव फ्रांस द्वारा लाया गया था और अमेरिका तथा ब्रिटेन की ओर से इसका समर्थन किया गया था। इसके अलावा इस कदम को कई अन्य देशों द्वारा प्रोत्साहित किया गया था। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले को लेकर देश ही नहीं विदेशों में रह रहे लोगों के बीच काफी गुस्सा और रोष था।

shukdev

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