चीन का मसूद अज़हर को बचाना अब मुश्किल, ऑडियो टेप आया सामने

Monday, Nov 06, 2017 - 02:56 PM (IST)

इस्लामाबादः भले ही चीन दावे कर रहा हो कि उसके पास जैश-ए-मोहम्मद (जेएएम) के प्रमुख मसूद अज़हर को आतंकी करार देने के कोई ठोस सबूत नहीं हैं, लेकिन उसका यह दावा ज्यादा दिन नहीं चलने वाला क्योंकि एक ऑडियो क्लिप ने जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख की उस काली करतूत को उजागर कर दिया है, जिसमें उसने श्रीनगर में बीएसएफ कैंप हमला किया था। ऑडियो क्लिप में हमले की बात को जेएएम के सरगना ने खुद स्वीकार किया है।  एक घंटे, 45 मिनट के लंबे ऑडियो में मसूद अजहर यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'जब-जब दुनिया कहेगी है कि हम जिहाद को खत्म करेंगे, हमारे लोग श्रीनगर में बीएसएफ शिविर पर हमला करेंगे।'

क्लिप में अजहर स्वीकार करता है कि वह पिछले 17 सालों में धर्म के नाम पर लोगों की भावना का इस्तेमाल कर फिदाइन मिशन के लिए तैयार कर है और इसके लिए लोगों को ट्रैनिंग दे रहा है। पठानकोट हमले के मास्टरमाइंट को यह भी कहते हुए सुना जा सकता है, 'भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस्लाम और इस्लामी आतंकियों से नफरत करते हैं और हमें मारना चाहते हैं। जब भी हमारे मंत्री (पाकिस्तानी सरकार) किसी विदेशी दौरे पर जाते हैं तो अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी के कुछ नेता मदद के बदले हमें मारने की शर्त रखते हैं, लेकिन अल्लाह की कृपा से हम जीवित हैं। '

मसूद ने यह भाषण पाकिस्तान की किसी मस्जिद में दिया है। उसे यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि दुश्मन देश भारत निराश और परेशान है। मसूद ने पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की भी आलोचना की है। मुशर्रफ ने जैश-ए-मोहम्मद को देश से खत्म करने की बात कही थी। इस पर आतंकी सरगना कहता है, आज मुशर्रफ खुद पाकिस्तान में कहीं नहीं है, लेकिन जैश-ए-मोहम्मद है, अल्लाह ने हम सबको बचा लिया है।' मसूद के पूरे भाषण में अल्लाह के नाम पर जिहाद में शामिल होने को सबसे अहम बताया है।

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