सुप्रीम कोर्ट के 44 कर्मचारी कोरोना संक्रमित, अब घर से सुनवाई करेंगे जज

Monday, Apr 12, 2021 - 03:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सुप्रीम कोर्ट के 44 कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद सभी जजों ने आज अपने-अपने घरों में अदालत लगाई। वहीं सुप्रीम कोर्ट की पीठें अपने निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से सुनवाई के लिए बैठेंगी। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी सुप्रीम कोर्ट के करीब 50 प्रतिशत कर्मचारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने को लेकर मीडिया में आई कुछ खबरों पर शीर्ष अदालत के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले एक हफ्ते में 44 कर्मचारी संक्रमित मिले हैं।

शीर्ष अदालत में करीब 3,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं। जहां कुछ न्यायाधीश अदालती कार्यवाही के लिए शीर्ष अदालत के परिसर में आ रहे थे वहीं कुछ अन्य न्यायाधीश अब भी अपने-अपने घरों से अदालतें लगा रहे थे। कोरोना के मामले बढ़ने के बीच, शीर्ष अदालत ने दो अधिसूचनाएं जारी की हैं। इनमें से एक में कहा गया है कि जो पीठें सुनवाई के लिए साढ़े 10 बजे और 11 बजे बैठती हैं वे सोमवार को अपने निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से बैठेंगी।

सभी जज अपने-अपने निवास स्थानों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मामले सुनेंगे और इस बीच, अदालती कक्षों के साथ ही समूचे कोर्ट परिसर को संक्रमण मुक्त किया जा रहा है। अन्य अधिसूचना में वकीलों द्वारा अत्यावश्यक मामलों का अदालत आकर उल्लेख करने पर सोमवार से लेकर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है। 

दिल्ली हाईकोर्ट के 3 जज पॉजिटिव
दिल्ली हाईकोर्ट के तीन जज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और वे अपने आवास में ही आइसोलेट में हैं। अदालत के सूत्रों ने बताया कि तीनों न्यायाधीशों में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं और रविवार को आई उनकी जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है। ऐसे में उन्होंने सोमवार को खुद को अदालती कार्यवाही से दूर रखा। सूत्रों ने बताया कि एक अन्य जज भी बुखार से पीड़ित हैं। हालांकि, उनकी जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है। इस बीच, covid-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने हाईकोर्ट के परिसर स्थित अपने कार्यालय बंद रखने का निर्णय लिया है। बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने गत 15 मार्च से प्रत्यक्ष सुनवाई शुरू की थी। हालांकि, संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए बाद में 9 अप्रैल से 23 अप्रैल तक ऑनलाइन माध्यम से सुनवाई का फैसला किया था।

Seema Sharma

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