भागना ही था तो क्यों किया सरेंडर? विकास के एनकाउंटर पर उठ रहे कई सवाल

Friday, Jul 10, 2020 - 10:38 AM (IST)

नेशनल डेस्क (वसुधा शर्मा ): पिछले कुछ दिनों से पुलिस के पसीने छुड़ाने वाला मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे आज एनकाउंटर में मारा गया। विकास दुबे की मौत से 8 पुलिसकर्मियों की शहादत का बदला तो जरूर पूरा हुआ लेकिन यह फिल्मी एनकाउंटर कई सवाल भी खड़े कर रहा है।

पहला सवाल 
पहले तो विकास का पुलिस को चकमा देकर भागना इसके बाद नाटकीय ढंग से उज्जैन के महाकाल मंदिर में सरेंडर करना और फिर से भागने की कोशिश करना यह एक पहेली सी बन गई है। सबसे बड़ा सवाल तो यह उठ रहा है कि कि जब विकास को भागना ही था तो उसने सरेंडर किया ही क्यों? उसने तो खुद चिल्ला-चिल्लाकर बताया था कि था कि वह विकास दुबे हूं कानपुर वाला फिर अब क्यों भाग रहा था। 

दूसरा सवाल 
इन सवालों के बीच एक सवाल यह है कि क्या पुलिस को विकास दूबे के भागने की पहली ही भनक लग गई थी? दरअसल सुबह से पुलिस की गाड़ी के पीछे चल रही मीडिया की गाड़ियों को अचानक रोक दिया गया।जिस जगह मीडिया को रोका उसकी कुछ ही दूरी पर यह एक्सीडेंट हुआ और फिर भागने का कोशिश कर रहे विकास का एनकाउंटर हो गया। 

तीसरा सवाल
पुलिस की मानें तो जब कार पलटी तो विकास ने बंदूक छीनकर भागने की कोशिश की। सवाल यह है कि जब गाड़ी पलटने से पुलिसकर्मी घायल हुए तो विकास को भी तो कुछ चोटें आई होंगी तो ऐसे में वह भागने में कैसे कामयाब हो गया। एक और सवाल यह भी उठता है कि हाथ बंधे होने के बावजूद वह बंदूक को कैसे छीन पाया। 

चौथा सवाल
खबरों की मानें तो विकास को एक नहीं बल्कि 5 से 6 पुलिस की गाड़ियों का काफिला लेकर जा रहा था। इतनी भारी सुरक्षा के बावजूद वह पुलिस को चकमा देने में कामयाब कैसा रहा? एक गाड़ी पलटी थी तो बाकि गाड़ी में सवार पुलिसकर्मी उस समय कहां थे?

vasudha

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