Live: लोकसभा में महंगाई पर बहस जारी, विपक्ष ने सरकार से पूछा- क्या रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले नहीं थी महंगाई?

Monday, Aug 01, 2022 - 05:50 PM (IST)

नेशनल डेस्कः लोकसभा में विपक्ष ने महंगाई को लेकर मोदी सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए सोमवार को कहा कि पिछले आठ साल के दौरान देश की अर्थव्यवस्था चौपट हुई है और महंगाई तथा बेरोजगारी ने आम लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है। लोकसभा में कांग्रेस के मनीष तिवारी ने महंगाई पर नियम 193 के तहत चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को अपनी दूरद्दष्टि सोच के कारण तबाह किया है।

तिवारी का कहना था कि अर्थव्यवस्था कोरोना के कारण जरूर कमजोर पड़ी है लेकिन पहले से ही मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था कंगाल हो चुकी थी और नोटबंदी के बाद से यह एकदम धराशायी हुई। महंगाई आसमान छूने लगी जिससे आम लोगों का जीवन कठिन हो गया। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए बजट, निवेश, उत्पादन, खपत और रोजगार जैसे पांच मूलभूत आधार होते है, लेकिन यहां इन पांचों स्तरों पर मोदी सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया है।

भाजपा सांसद ने विपक्ष को घेरा
दुबे ने विपक्ष पर और खासतौर पर कांग्रेस पर, ‘मोदीफोबिया' से ग्रसित होने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी दल की न कोई वैचारिक प्रतिबद्धता है और न जनता के प्रति उनकी कोई जिम्मेदारी। उन्होंने एक खबर के हवाले से दावा किया कि 2011 से लेकर 2014 तक भी बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 1,000 से अधिक थी। दुबे ने कहा कि आज जब रूस-यूक्रेन युद्ध तथा अन्य कारणों से पूरी दुनिया में गेहूं का उत्पादन एक प्रतिशत कम हो गया है, धान का उत्पादन 0.5 प्रतिशत कम हो गया और चीनी का उत्पादन भी गिर गया है, तब भी भारत एक ऐसा देश है जो इन सभी चीजों का निर्यात कर रहा है।

दुबे ने पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल जैसे कई विपक्ष शासित राज्यों का जिक्र करते हुए कहा कि कर्ज लेकर मुफ्त की चीजें (फ्रीबीज) बांटने के कारण आज अर्थव्यवस्था की ऐसी हालत है। उन्होंने दावा किया कि भारतीय रिजर्व बैंक इन राज्यों को पैसा देने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा मुफ्त चीजों की बात नहीं करती क्योंकि ‘‘हम चुनाव जीतने के लिए नहीं सोचते। हम देश के लिए सोचते हैं।'' उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से इस विषय पर श्वेतपत्र जारी करने का अनुरोध किया कि किस तरह कर्ज लेकर मुफ्त की योजना चलाई जाती हैं। 

विपक्ष ने पूछे सवाल
तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने कहा है कि पिछले कुछ सालों में संसद में महंगाई पर कई बार चर्चा हो चुकी है लेकिन सरकार इससे निपटने में अक्षम है। उन्होंने कहा कि क्या कोविड से पहले देश में महंगाई नहीं थी, क्या रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले महंगाई नहीं थी। बनर्जी ने कहा कि सरकार को इस तरह के कारणों की आड़ लेना बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम आंकड़े पेश करते रहेंगे लेकिन आम जनता की चिंता कौन करेगा।

Yaspal

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