'मन की बात' से पैसे की बर्बादी नहीं हुई, भर रहा सरकार का खजाना

punjabkesari.in Tuesday, Nov 17, 2020 - 07:13 PM (IST)

नेशनल डेस्कः साल 2014 में सत्ता परिवर्तन के बाद नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरूआत की, जिसमें रेडियो के जरिए महीने के अंतिम सप्ताह के रविवार को देशवासियों को संबोधित करते हैं। 2014 में शुरू हुए रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ से अब तक 30 करोड़ रुपए की कमाई हो चुकी है। एक आरटीआई के जरिए इसका खुलासा हुआ है।

आरटीआई में पता चला है कि ऑल इंडिया रेडियो पर चर्चित कार्यक्रम से पिछले 6 सालों में 30 करोड़ 28 लाख रुपए की कमाई हुई है। आरटीआई में इस बात का पता चला है कि इस कार्यक्रम के अखबारों में विज्ञापन पर कुल 7 करोड़ रुपए खर्च हुए, जबकि इससे तीन गुना करीब इस कार्यक्रम की आय हुई है।

आरटीआई के मुताबिक मन की बात कार्यक्रम से 2014-15 में 1.16 करोड़ रुपये, 2015-16 में 2.81 करोड़ रुपये, 2016-17 में 5.12 करोड़ रुपये, 2017-18 में 10.58 करोड़ रुपये, 2018-19 में 7.47 करोड़ रुपये, 2019-20 में 2.56 करोड़ रुपये और साल 2020 से अब तक 58 लाख रुपये की कमाई हुई है। इसके अलावा मन की बात कार्यक्रम के रेडियो, टेलीविजन, ऑनलाइन और अन्य तरीके के विज्ञापनों पर हुए खर्च का खुलासा भी आरटीआई में सामने आया है। आरटीआई के अनुसार, प्रिंट मीडिया में 6 साल में 7 करोड़ 29 लाख 88 हजार 765 रुपये का खर्च हुआ है। इसके अलावा अन्य किसी भी साधन पर कोई खर्च नहीं हुआ है।

अनिकेत गौरव नाम के एक शख्स द्वारा मांगी गई जानकारी में बताया गया है कि 2014-25 में विज्ञापन पर कुल खर्च कुल खर्च 1,83,34,738 रुपये। 2015-16 में कुल खर्च 2,38,96,241 रुपये, 2016-17 में कुल खर्च 75,976 रुपये, जबकि 2017-18 का आंकड़ा कुल 15,09,740 रुपये खर्च हुए। वहीं 2019-20 और 21 सितंबर 2020 तक हुए खर्च की जानकारी नहीं दी गई है। आरटीआई में विज्ञापन को लेकर दी गई जानकारी अक्टूबर 2014 से सितंबर 2020 के बीच की है।

बता दें प्रधानमंत्री अपने इस मासिक रेडियो प्रोग्राम में विभिन्न जन सरोकार की बातें करते हैं। इसके अलावा वह लोगों से इस कार्यक्रम के मुद्दों को लेकर सुझाव भी मांगते. इसके अलावा समय-समय पर प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में लोगों से बातें भी करते रहते हैं।


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Yaspal

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