मन की बात 'कुछ अपील, कुछ आह्वान' करने का सिलसिला है- PM मोदी

Sunday, Jan 26, 2020 - 06:32 PM (IST)

नेशनल डेस्कः 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ में देश को संबोधित किया। यह पहली बार है, जब पीएम शाम को अपना संबोधन दिया। मन की बात का यह 61वां एपिसोड है। जो विभिन्न प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। साल 2020 का यह पहला मन की बात प्रोग्राम है। अमूमन मन की बात कार्यक्रम दिन के 11 बजे ब्रॉडकास्ट होता है लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस के चलते इसे शाम में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन के सभी नेटवर्क पर ब्रॉडकास्ट किया गया। यह नरेंद्र मोदी ऐप पर भी उपलब्ध है।

‘मन की बात’ में पीएम ने कहा कि मैंने नए साल पर मन की बात पर चार्टर बनाया है, जिसमें कई चीजों की लिस्ट बनाई गई है। इस ‘मन की बात चार्टर’ को जब मैं पढ़ रहा था, तब, मुझे भी आश्चर्य हुआ कि इतनी सारी बातें हैं। इतने सारे हैश-टैग्स हैं! और, हम सबने मिलकर ढ़ेर सारे प्रयास भी किए हैं।

मन की बात में पीएम मोदी  ने कहा कि  शेयरिंग, लर्निंग और ग्रोइंग का एक अच्छा और सहज platform बन गया है।  हर महीने हजारों की संख्या में लोग अपने सुझाव, अपने प्रयास, अपने अनुभव शेयर करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि दिन बदलते हैं, हफ्ते बदल जाते हैं, महीने भी बदलते हैं, साल बदल जाते हैं, लेकिन भारत के लोगों का उत्साह और हम भी कुछ कम नहीं हैं, हम भी कुछ करके रहेंगे। Can do... ये  Can do का भाव, संकल्प बनता हुआ उभर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले 29 दिसंबर को मन की बात कार्यक्रम में देश को संबोधित किया था। उनका पिछला कार्यक्रम साल 2019 का अंतिम था। पिछले साल की आखिरी कड़ी में उन्होंने कहा था कि आज की युवा पीढ़ी अजराकता और कुनबापरस्ती को पसंद नहीं करती। प्रधानमंत्री ने यह बात नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) को लेकर हालिया विरोध प्रदर्शन के संदर्भ में कही थी।

प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए राष्ट्र को संबोधित करते हुए देश के युवाओं की तुलना ऊर्जा और गतिशीलता के साथ की। उन्होंने 21वीं सदी की युवा पीढ़ी का जिक्र करते हुए कहा कि नई पीढ़ी के युवा काफी मेधावी हैं और इस पीढ़ी को वंशवाद और जातिवाद के विचारों से नफरत है।

 

Yaspal

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