ऑफ द रिकॉर्ड: स्टार परफॉर्मर के तौर पर उभरे मनीष तिवारी

Friday, Jul 26, 2019 - 05:50 AM (IST)

नेशनल डेस्क: 5 बार के लोकसभा सदस्य अधीर रंजन चौधरी जिन्हें लोकसभा में 52 सदस्यों वाली कांग्रेस पार्टी का नेता बनाया गया है, अब भी अपनी छवि बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जबकि दूसरी बार लोकसभा सदस्य बने मनीष तिवारी स्टार परफॉर्मर के तौर पर सामने आए हैं। हालांकि मनीष तिवारी पहली पंक्ति से दो लाइन पीछे बैठते हैं, इसके बावजूद यू.पी.ए. चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने एक प्रतिष्ठित कार्य के लिए उनको चुना। 

मनीष तिवारी देशभर में चर्चा का विषय बने डोनाल्ड ट्रम्प के मामले में (ट्रंप ने कश्मीर मामले पर मोदी की ओर से मध्यस्थता की पेशकश की बात कही थी) कांग्रेस के हमले का नेतृत्व कर रहे थे और प्रधानमंत्री को निशाना बना रहे थे तभी सोनिया गांधी ने प्लास्टिक फोल्डर से कागजों का एक पुलिंदा मनीष तिवारी को दिया। तिवारी ने तुरन्त कश्मीर पर ट्रम्प की टिप्पणियों को पढ़ना शुरू कर दिया। अपनी बात रखने के बाद उन्होंने वे कागज वापस कर दिए। इस लोकसभा सत्र के बाद तिवारी पार्टी के स्टार परफॉर्मर के तौर पर उभरे हैं। 

दूसरी तरफ चौधरी कहते हैं, ‘‘यह मुश्किल काम है लेकिन मैं बेहतर करने का प्रयास कर रहा हूं।’’ बेशक वरिष्ठ पद हासिल करने के मामले में उन्होंने तिवारी को पछाड़ दिया है लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोड़ने और लोकसभा में नेता बनने से इंकार करने के बाद वह लोकसभा में पार्टी के नेता बनेंगे। 

दरअसल, बहुत से लोगों का मानना था कि यह पद लोकसभा सदस्य शशि थरूर या पार्टी के पूर्व प्रवक्ता मनीष तिवारी को मिलेगा लेकिन सब को हैरान करते हुए चौधरी को 17वीं लोकसभा में पार्टी का नेता बनाया गया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसा करके हाईकमान यह संदेश देना चाहती थी कि वह जमीनी स्तर पर काम करने वालों का सम्मान करती है। चौधरी ने यह पद पाने पर मुस्कुराते हुए कहा था, ‘‘मैं एक कांग्रेस कार्यकत्र्ता हूं। पार्टी मुझे जो कहती है मैं वही करता हूं। मैंने कभी इस पद के लिए मांग या लॉबिंग नहीं की।’’ बहरहाल वह अपने नए पद के अनुरूप ढल रहे हैं और इसका आनंद ले रहे हैं।

Pardeep

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