‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना को मिली बड़ी सफलता: मेनका

Wednesday, Jun 06, 2018 - 05:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना को आज अपने मंत्रालय की बड़ी सफलता करार दिया। मेनका ने अपने मंत्रालय की उपलब्धियों और महिला एवं बाल विकास से जुड़ी विभिन्न योजनाओं के प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा कि दुनिया में कहीं भी सामाजिक बदलाव की किसी योजना को इतने कम समय में जमीनी स्तर पर नहीं उतारा गया। पीएम के नेतृत्व में यह मंत्रालय पहले से ज्यादा प्रासंगिक, मजबूत और जरूरत के मुताबिक कदम उठाने वाला बन चुका है और नीतियों के संदर्भ में भी बड़े बदलाव हुए हैं। 

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बना मजबूत 
मंत्री ने जनवरी, 2015 में शुरू हुई ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने 100 जिलों का चयन किया और इनमें 61 में लिंगानुपात में सुधार देखने को मिला। अब 119 जिलों में यह प्रगति देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि हमने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को प्रासंगिक और लोगों की जरूरत के मुताबिक कदम उठाने वाला बनाया है। यह एक मजबूत मंत्रालय बन गया है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। मेनका ने कहा कि हमारे पास लोग मदद के लिए आते हैं और हम मदद करते है। इस पर मुझे गर्व है, हम नीतिगत रूप से और अपने कदमों से लोगों की मदद की है।

महिलाओं को आरक्षण देने की उठाई मांग 
मंत्री ने ‘राष्ट्रीय महिला नीति’, ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’, वन स्टॉप सेटर (सखी), 181-महिला हेल्पलाइन, ई-बॉक्स, शी-बॉक्स और कई दूसरी योजनाओं और कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यौन उत्पीडऩ के मामलों में जल्द सजा सुनिश्चित कराने के मकसद से चंडीगढ़ में फोरेंसिक प्रयोगशाला की शुरुआत की गई है और इस साल पुणे, भोपाल, चेन्नई, मुंबई और गुवाहाटी में ऐसे दूसरी प्रयोगशालाएं स्थापित कर दी जाएंगी। मेनका ने पुलिस विभाग की नियुक्तियों में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दिए जाने की पैरवी करते हुए कहा कि अब तक इस पर 17 राज्यों/केंद्रशासित क्षेत्रों ने सहमति ने दी है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी, 2015 को हरियाणा से ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना की शुरुआत की थी। 

vasudha

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