राहुल और वरुण को लेकर बोली मेनका गांधी, सबके अपने-अपने रास्ते, अपनी-अपनी किस्मत
punjabkesari.in Friday, May 24, 2024 - 09:10 AM (IST)
नेशनल डेस्क: भाजपा से टिकट कटने के बाद लंबे समय तक पार्टी और चुनाव प्रचार अभियान से दूर रहने के बाद वरुण गांधी ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन इस चुनाव में पहली बार अपनी मां और सुल्तानपुर से भाजपा उम्मीदवार मेनका गांधी के के लिए वोट मांगे। वहीं वरुण के चुनाव प्रचार में उतरने को लेकर मेनका गांधी ने कहा कि वह प्रचार करने तब आया, जब मैंने उसे कहा। राहुल गांधी से वरुण गांधी की तुलना करने पर मेनका गांधी ने कहा कि सबके अपने-अपने रास्ते हैं, अपनी-अपनी किस्मत है। इससे ज्यादा मैं क्या बोलूंगी।
अगर काबिलियत है तो सब अपना रास्ता ढूंढेंगे। सबके अपने-अपने रास्ते हैं और अपने-अपने तरीके हैं। पीलीभीत से वरुण के टिकट कटने पर मेनका गांधी ने कहा कि जो हो गया सो हो गया। यहां उल्लेखनीय यह है कि उनके भतीजे राहुल गांधी और भतीजी प्रियंका गांधी वाड्रा ने इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने के लिए कई बार उत्तर प्रदेश का दौरा किया है, लेकिन उनके खिलाफ प्रचार नहीं किया है।
माता जी के नाम से बुलाते हैं पूरे क्षेत्र के लोग
सभा को संबोधित करते हुए वरुण गांधी ने कहा कि पूरे देश में 543 सांसदों के चुनाव हो रहे हैं। कई जगह बड़े-बड़े अनुभवी लोग और करिश्माई लोग चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन एक ही क्षेत्र है पूरे देश में, जहां के सांसद को न कोई सांसद जी बुलाता है न, मंत्री जी बुलाता है और ना ही कोई नाम से बुलाता है। पूरे क्षेत्र में लोग माता जी के नाम से बुलाते हैं। वरुण गांधी ने कहा कि मां परमात्मा के बराबर शक्ति होती है। जब पूरी दुनिया साथ दे न दे, मां कभी साथ नहीं छोड़ती है और आज मैं केवल अपनी मां के लिए समर्थन जुटाने नहीं आया हूं बल्कि सुल्तानपुर की मां के लिए समर्थन जुटाने के लिए आया हूं।
वरुण ने कहा कि मां की जो परिभाषा होती है वो वह शक्ति होती है जो सबकी रक्षा करे जो भेदभाव न करे और जो काम आए मुश्किल में और जो निरंतर अपने हृदय में सबके लिए प्यार रखें. मां की डांट एक आशीर्वाद होती है।वरुण गांधी ने कहा कि हम लोग जब कुछ साल पहले सुल्तानपुर आए थे चुनाव लड़ने, तो पहली बार लोगों ने कहा कि जो अमेठी में रौनक है, जो रायबरेली में रौनक है, हम चाहते हैं कि सुल्तानपुर में भी ऐसी ही रौनक आए। आज मेरे लिए बड़े हर्ष की बात है कि देश में सुल्तानपुर का जब नाम लिया जाता है तो वह मुख्यधारा में प्रथम पंक्ति में लिया जाता है।