कोविड मौतों को लेकर डब्ल्यूएचओ के अनुमान को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बात

Saturday, May 07, 2022 - 09:57 PM (IST)

केवडियाः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण परिषद (सीसीएचएफडब्ल्यू) के 14वें सम्मेलन में एक प्रस्ताव पारित किया है कि ''हम भारत में कोविड के कारण हुई मौतों के मामले में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुमान से सहमत नहीं हैं।'' तीन-दिवसीय सीसीएचएफडब्ल्यू या 'स्वास्थ्य चिंतन शिविर' के दूसरे दिन यह प्रस्ताव पारित किया गया। सम्मेलन आज संपन्न हुआ। 

मंडाविया ने कहा कि देश में जन्म और मृत्यु का पंजीकरण बेहद मजबूत है और यह ‘जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम, 1969' द्वारा वैधानिक कानूनी ढांचे से संचालित है। उन्होंने भारत में कोरोना महामारी के कारण 47 लाख लोगों की मौत संबंधी डब्ल्यूएचओ के अनुमान का जिक्र करते हुए कहा, ''कल सीसीएचएफडब्ल्यू के सम्मेलन के दूसरे दिन, हमने एक प्रस्ताव पारित किया कि हम भारत में कोविड से हुई मौत के मामले में डब्ल्यूएचओ के अनुमान से सहमत नहीं हैं।'' 

उन्होंने कहा, ''भारत अपने यहां हुई मौतों को एक पारदर्शी और कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से दर्ज करता है। सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश रजिस्ट्री को सही और प्रामाणिक डेटा प्रदान करते हैं।'' तीन-दिवसीय सम्मेलन में राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 23 स्वास्थ्य मंत्रियों और एक उपराज्यपाल ने हिस्सा लिया। जिन राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री सम्मेलन में शामिल नहीं हो सके, उनका प्रतिनिधित्व अधिकारियों ने किया। 

उन्होंने कहा कि सम्मेलन में जिन मुद्दों पर चर्चा की गई, उनमें अगले 25 वर्षों के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में देश की भविष्य की योजना, केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय, स्वास्थ्य सेवा को सस्ता और सुलभ बनाने और कोविड जैसी भविष्य की महामारी से निपटने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे। 

उन्होंने कहा कि 'हील इन इंडिया' के माध्यम से स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देने के मुद्दे पर भी विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि 2025 तक तपेदिक खत्म करने का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जून में 'एक गांव गोद लो, एक मरीज गोद लो' अभियान शुरू किया जाएगा। 

Pardeep

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