माल्या ने की पैसे लौटाने की पेशकश, जाने पिछली पेशकश से कितने हज़ार करोड़ हैं कम
Thursday, Dec 06, 2018 - 07:20 PM (IST)
नेशनल डेस्क (मनीष शर्मा): 4 दिसंबर 2018 को केंद्र सरकार अगस्ता वेस्टलैंड सौदे के मुख्य बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को दुबई से भारत लाने में सफल हुई। बता दें कि भारत को ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चिय मिशेल की तलाश 3600 करोड़ के वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले को लेकर थी। क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण के तुरंत बाद भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए भारत सरकार और भारतीय बैंकों से अपील की है कि वह अपना 100 फीसदी क़र्ज़ उतारने को तैयार है और उसका यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया जाए।
किंगफिशर एयरलाइंस हवाई ईंधन के बढ़ते दामों का शिकार हुई थी। किंगफिशर एक शानदार एयरलाइंस थी, जिसने क्रूड ऑयल की 140 डॉलर प्रति बैरल के उच्चतम कीमत का भी सामना किया। घाटा बढ़ता गया, बैंकों का पैसा इसी में जाता रहा। मैंने बैंकों को 100 प्रतिशत मूलधन वापसी का ऑफर दिया है। कृपया आप इसे स्वीकार करें।
एक अन्य ट्वीट में विजय माल्या ने कहा
तीन दशक तक भारत का सबसे बड़ा एल्कोहॉलिक ब्रेवरेज ग्रुप होने के नाते हमने सरकारी खजाने में हजारों करोड़ रुपए का योगदान दिया। किंगफिशर एयरलाइंस भी राज्यों के ख़ज़ाने में भरपूर योगदान दिया। लेकिन शानदार एयरलाइंस का दुखद अंत हुआ, मगर फिर भी मैं बैंकों को भुगतान करना चाहता हूं जिससे उन्हें कोई घाटा न हो। कृपया इस ऑफर को स्वीकार करें।
विजय माल्या खानदानी कारोबारी हैं कोई भी व्यापारी अपना नुक्सान नहीं होने देता। वह नुक्सान में भी फायदा ढूंढ निकाल लेता है। दरअसल विजय माल्या पर बैंकों के 9 हज़ार 91 करोड़ हड़प कर ब्रिटेन भाग जाने का आरोप है। पिछले दो सालों से माल्या सरकार और बैंकों से मोल भाव कर रहा है और इस बार तो पिछले ऑफर से भी कम सिर्फ मूल धन वापस करने की बात कर रहा है।
माल्या के सेटलमेंट के लिए ऑफर
29 मार्च 2016 को विजय माल्या ने सेटलमेंट के लिए 6 हज़ार करोड़ रुपए देने की पेशकश की। 6 अप्रैल 2016 को माल्या ने रकम बढ़ाते हुए 6 हज़ार 868 करोड़ रुपए लौटाने का ऑफर दिया।
5 दिसंबर 2018 को विजय माल्या सिर्फ मूलधन वापस करने की बात कर रहा है जो सिर्फ 5 हज़ार करोड़ ही बनता है।
आपको बता दें कि विजय माल्या के प्रत्यर्पण का मामला लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में चल रहा है। अदालत 10 दिसंबर को फैसला सुना सकती है। मिशेल के भारत प्रत्यर्पण के बाद अब तलवार विजय माल्या के ऊपर लटकी हुई है।