माल्या मामलाः जज ने 3 बार देखा ऑर्थर जेल का वीडियो

Thursday, Sep 13, 2018 - 07:16 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत के बैंकों से करोड़ों का कर्ज लेकर फरार चल रहे शराब कारोबारी विजय माल्या बुधवार को लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट में उनकी पेशी प्रत्यर्पण मामले में सुनवाई को लेकर हुई। मामले की सुनवाई कर रहे जजों ने भारत के अधिकारियों की ओर से मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में माल्या के लिए की गई  तैयारी का वीडियो देखा और समीक्षा की। वेस्टमिंस्टर कोर्ट के जजों ने बैरक का वीडियो तीन बार देखा।



माल्या के वकील ने सुनवाई के दौरान अदालत में कहा कि किंगफिशर को आर्थिक तौर पर एक कामयाब कंपनी मानते हुए कर्ज लिया गया था। वकील ने किंगफिशर की घटना को साधारण और ईमानदार कारोबारी की नाकामी बताते हुए दावा किया कि माल्या ने जो कुछ भी किया, वह ब्रिटेन में आपराधिक कृत्य नहीं माना जाता। माल्या के वकील ने यह अपील करते हुए कहा कि बैरक का वीडियो कोर्ट में न दिखाया जाए। उसने अदालत से कहा कि किंगफिशर की प्रतिस्पर्धी कंपनियां भी वैश्विक मंदी के चलते घाटे में हैं।



इससे पहले अदालत में दाखिल होते हुए माल्या ने पत्रकारों से कहा कि मैंने मामले की पूरे तरीके से सेटलमेंट के लिए कर्नाटक कोर्ट में अपील की है और मुझे उम्मीद है कि माननीय जज इसको ध्यान मे रखते हुए मेरे पक्ष में फैसला सुनाएंगे। सभी का हिसाब चुकता कर दूंगा और मुझे लगता है कि यही मुख्य मकसद भी है।



माल्या ने दावा किया कि आईडीबीआई बैंक के अधिकारियों को किंगफिशर के घाटे के बारे में पता था। बैंक अधिकारियों के ई-मेल से साफ है कि घाटे के बारे में सरकार की ओर से लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। बता दें कि माल्या और उसकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइन्स और अन्य ने कई बैंकों से कर्ज लिया था और फिलहाल उसके खिलाफ ब्याज समेत 9900 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज बकाया है।



माल्या के खिलाफ ईडी और सीबीआई ने कथित कर्ज अदायगी उल्लंघन के कई मामले दर्ज किए हैं। नए कानून के तहत मामला लंबित रहने के दौरान आरोपी के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू की जा सकती है। उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया है और जांच एजेंसियां उसकी संपत्तियां जब्त करने की तैयारी कर रही हैं।

Yaspal

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