मेडिकल साइंस बना वरदान, डॉक्टरों ने परिवार को कैंसर से बचाया

Sunday, Jul 29, 2018 - 10:39 AM (IST)

मुंबईः बेंगलुरु की रहने वाली स्वयंप्रभा को मुंबई के एक अस्पताल ने जीने की नई उम्मीद दी है। स्वयंप्रभा को आठ साल पहले पता चला था कि उनके शरीर में एक ऐसा जीन है जो कैंसर बन सकता है। स्वयंप्रभा को इस बात की चिंता ज्यादा थी कि कहीं ये जीन उनके बच्चों में न पहुंच जाए लेकिन मुंबई के पेड्डर रोड स्थित जसलोक अस्पताल ने उनकी चिंता को खत्म किया और उन्होंने अब जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है जिनमें यह जीन नहीं पाया गया है। स्वयंप्रभा के शरीर संरचना में एक मामूली जीन (म्यूटेशन) था जो कि ब्रेस्ट या ओवेरियन कैंसर का कारण बन सकता था। उनकी मां को भी कैंसर था और उनकी दोनों मौसियों की मौत भी कैंसर से हुई थी। स्वयंप्रभा को डर थी कि यदि यह जीन कैंसर बन गया तो उनके बच्चे भी इसकी चपेट में आ जाएंगे। लेकिन आईवीएफ (इन वीट्रो फर्टिलाइजेशन) स्पेशलिस्ट फिरूजा पारिख प्रभा के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर आई। 

फिरूजा पारिख ने तैयार किए 6 भ्रूण
फिरूजा पारिख ने फर्टिलट्री- जसलोक इंटरनैशनल फर्टिलिटी सेंटर में अपनी जेनेटिसिस्ट्स की टीम के साथ मिलकर प्रभा के लिए ऐसे भ्रूण तैयार किए, जिनमें यह म्यूटेशन नहीं था। उन्होंने आईवीएफ तकनीक से प्रभा के लिए 6 भ्रूण तैयार किए। जहां प्रभा को कैंसर तो नहीं हुआ वहीं अब उनके बच्चों में भी यह जीन नहीं होगा, यानि के उनके परिवार में मौजूद यह म्यूटेशन खत्म हो जाएगा। फिरूजा पारिख ने जो 6 भ्रूण तैयार किए थे उनमें से दो ठीक नहीं थे और दो में म्यूटेशन वाला जीन मौजूद था जबिक दो भ्रूण म्यूटेशन से प्रभावित नहीं थे। ऐसे में डॉक्टर ने म्यूटेशन के बिना वाले जीन को डॉक्टर ने प्रभा के शरीर में ट्रांसफर कर दिया। भारत में यह पहला ऐसा मामला है जहां सफलतापूर्वक कैंसर के जीन को बाहर किया गया है। डॉ पारिख ने बताया कि दुनियाभर में ऐसे लगभग 150 मामले होते हैं जहां BRCA1 और BRCA2 को बाहर करने के लिए PGT का इस्तेमाल किया जाता है।

हॉलिवुड एक्ट्रेस एंजेलिना में भी थे कैंसर के जीन
कुछ साल पहले हॉलिवुड ऐक्ट्रेस एंजेलिना जोली में भी यह BRCA1 की जीन म्यूटेशन पाया गया था। जोली ने तब अपने ब्रेस्ट और ओवरी (अंडाशय) सर्जरी के माध्यम से इन्हें निकलवा दिया था। डाक्टरों ने प्रभा को जोली का उद्धारण देते हुए ऐसे ही करने को कहा लेकिन उसने इससे इंकार कर दिया और कहा कि वह अपने पति के परिवार के लिए स्वस्थ्य बच्चा चाहती है। डॉ पारिख ने बताया कि एंजेलिना जोली के शरीर में BRCA1 और BRCA2 दोनों म्यूटेशन थे जबकि प्रभा में केवल BRCA1 था इसलिए उन्हें कैंसर होने के आसार कम थे। डॉ पारिख ने कहा कि PGT के सहारे प्रभा की आने वाले पीढ़ियों को कैंसर के जीन से बचाया जा सकता था इसलिए हमारी टीम ने इस तकनीक का सहारा लिया।

Seema Sharma

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