मोदी कैबिनेट में बड़ा उलटफेर, AIADMK, JDU और शिवसेना से बन सकते हैं मंत्री

punjabkesari.in Monday, Aug 14, 2017 - 10:46 PM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम में जल्द फेरबदल होने की संभवनाएं जोर पकड़ने लगी हैं। AIADMK, JDU और शिवसेना के सांसदों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। जानकारी के अनुसार, एनडीए में शामिल होने के पहले AIADMK के दोनों गुटों का आपस मे विलय होगा इसके बाद पार्टी औपचारिक रूप से शामिल होगी।

मोदी से मिलेंगे पन्नीरसेल्वम
AIADMK के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं। वह सोमवार शाम को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और AIADMK पार्टी के दूसरे गुट के नेता पलनिस्वामी भी 15 अगस्त के बाद प्रधानमंत्री से मिलने दिल्ली आएंगे। मोदी मंत्रिमंडल में अन्ना द्रमुक के 2 केबिनेट और 2 राज्यमंत्री  बन सकते हैं। इनमें थंबीदुरई, मैत्रेयी, वेणुगोपाल के मंत्री बनने की संभावना हैं हालांकि अभी थंबीदुरई लोकसभा में उपाध्यक्ष हैं।

JDU के 2 नेता बनेंगे मंत्री
वहीं जनता दल(यू) भी एनडीए में 19 अगस्त को औपचारिक रूप से शामिल होगी और मोदी मंत्रिमंडल में भी जेडीयू के 2 मंत्री बनेंगे। शिवसेना से आनंदराव अडसुल भी मंत्री बन सकते हैं। अभी तक शिवसेना से मात्र अनंत गीते ही मंत्री हैं।

 BJP अध्यक्ष भी मिलेंगे PM मोदी से
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी आज शाम को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे। दोनों के बीच मंत्रिमंडल के विस्तार पर चर्चा होगी। बताया जा रहा है कि बीजेपी संगठन से राम माधव और भूपेंद्र यादव को मंत्री बनाये जाने की चर्चा है। मंत्रिमंडल विस्तार, संगठन फेरबदल और 7 राज्यो के राज्यपालों की सूची भी तैयार होगी। इनमें लालजी टंडन, विजय कुमार मल्होत्रा, कैलाश जोशी, सीपी ठाकुर, आनंदी बेन पटेल सहित 7 नेताओं को राज्यपाल बनाये जाने की संभावना है।
 
दर्जनभर मंत्रियों की होगी छूट्टी
सूत्र बता रहे हैं कि जिन मंत्रियों काम-काज ठीक नहीं रहा है उनकी छुट्टी हो सकती है और ऐसे मंत्रियों की संख्या 12 के आसपास मानी जा रही है। खबर ये है कि सरकार ने सभी मंत्रालयों की एक इंटरनल रिपोर्ट तैयार करवाई है और इस रिपोर्ट में अलग-अलग मंत्रालयों और मंत्रियों के काम-काज का ब्योरा है। मनोहर पर्रिकर के गोवा का सीएम बनने, वेंकैया नायडू के उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनने और अनिल दवे के निधन के बाद नगर विकास, सूचना प्रसारण, पर्यावरण और रक्षा जैसे 4 अहम मंत्रालय अतिरिक्त प्रभार पर चल रहे हैं। इसके अलावा ठीक काम ना करने वाले कुछ मंत्रालयों में फेरबदल को मिला दें, तो ठीक-ठाक संख्या में बदलाव होना है।

 


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