''फोन पर बता दिया गया कि आपका बेटा शहीद हो गया''

Monday, Sep 26, 2016 - 01:48 PM (IST)

सुल्तानपुर: कश्मीर में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त सीमा सुरक्षा बल के उपनिरीक्षक महेंद्र यादव का परिवार सुल्तानपुर जिला प्रशासन के उपेक्षात्मक रवैए से आहत है। पिछली आठ अगस्त को महेंद्र कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि दस अगस्त को महेंद्र यादव का पार्थिक शरीर उनके आवास मलिकपुर गांव पंहुचा तो शहीद के सम्मान में व्यापारियों ने बाजार बंद रखा मगर जिले का कोई भी आला अधिकारी नही आया। यहां तक कि 500 मीटर पर शहीद के घर से चौकी है चौकी प्रभारी भी सांत्वना देने शहीद के घर नही पहुंचा। 

फोन पर बता दिया आपका बेटा शहीद हो गया
परिजनों का कहना है कि फोन पर बता दिया गया कि आपका बेटा महेंद्र शहीद हो गया है। जिला प्रशासन ने भी प्रदेश सरकार द्वारा दी गई सहायता का चेक क्षेत्रीय कोतवाल द्वारा भिजवा कर अपने कर्तव्य की इतश्री कर ली। परिजनो की वेदना है कि शहीद की समाधि की भूमि भी आवंटित नहीं की जा सकी। ग्रामीणों ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने परिजनों को 20 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की थी जिसे देने के लिए पिछले दिनों जिले का कोई अधिकारी नहीं गया और कादीपुर थाने के कोतवाल को भेजकर औपचारिकता पूरी कर ली। 

शहीद के पिता को है इस बाद का दुख
शहीद के पिता राम शब्द को इस बात का दुख है कि जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री, शहीद और शहीद के परिवार का सम्मान नहीं किया जबकि प्रदेश सरकार द्वारा शहीद महेंद्र यादव को 20 लाख का सहयोग दिया। जिसे सम्मान पूर्वक जिलाधिकारी को सरकार के प्रतिनिधि के रूप में उनके घर जाकर देना चाहिए था। इससे बड़ा काम अन्य कोई नहीं हो सकता था लेकिन ऐसा न करके शहीद और शहादत को अपमानित किया गया है। 

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