महाराष्ट्रः लॉकडाउन के बीच घरों को लौटने को मजबूर हुए प्रवासी मजदूर, राज्यों की बढ़ी परेशानी

Saturday, Mar 20, 2021 - 08:19 PM (IST)

नेशनल डेस्कः महाराष्ट्र में हाल के दिनों में कोरोना संक्रमणों के मामलो में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिली है। शुक्रवार को महाराष्ट्र में 25 हजार से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए और 70 लोगों की मौत हुई। महाराष्ट्र सरकार ने संक्रमण बढ़ते मामलों को देखते हुए कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया है। इस बीच लोगों में एक बार फिर महाराष्ट्र में लॉकडाउन का डर सताने लगा है। महाराष्ट्र में काम कर रहे प्रवासी मजदूर घरों की ओर पलायन कर रहे हैं।

इससे पहले सीएम उद्धव ठाकरे ने सिनेमाघरों को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने का निर्देश दिया है। इसके अलावा दफ्तरों में स्टाफ के आने में कमी की गई है। ठाकरे ने लोगों से अपील की है कि लोग कोरोना नियमों का पालन करें नहीं तो लॉकडाउन ही एक विकल्प है।

लॉकडाउन की आशंकाओं के बीच महाराष्ट्र में कामगार मजदूरों ने घरों की ओर पलायन करना शुरू कर दिया है। शनिवार को नागपुर बस स्टैंड पर मध्य प्रदेश के प्रवासी मजदूरों की नागपुर के बस स्टैंड पर भीड़ दिखाई दी। यह मजदूर अपने घरों को जाने के लिए प्राइवेट बस का सहारा ले रहे हैं। दरअसल, मध्य प्रदेश ने सरकारी बसों के महाराष्ट्र जाने पर रोक लगा दी है। एक प्रवासी मजदूर ने कहा कि हमने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच बस सेवाओं के रद्द होने के बारे में सुना है।

दरअसल, पिछले साल कोरोना संक्रमण के शुरूआत में जब मोदी सरकार ने लॉकडाउन का ऐलान किया था तब देश के कई हिस्सों में रह रहे प्रवासी मजदूरों को घर जाने के लिए सघर्ष करना पड़ा। लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूर अपने घर के लिए पैदल ही निकल पड़े। इस दौरान कई मजदूरों के अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इसी से सबक लेते हुए महाराष्ट्र में लॉकडाउन की आशंकाओं के बीच प्रवासी मजदूर ने पहले ही अपने घरों की ओर करना शुरू कर दिया है।

क्या है सरकारों की तैयारी

क्या है मध्य प्रदेश में महाराष्ट्र से आने वाले लोगों के लिए नियम
महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश आने वाले लोगों के लिए शिवराज सरकार ने नए दिशा निर्देश जारी किए हैं। मध्य प्रदेश ने महाराष्ट्र जाने वाली सभी सरकारी बसों पर रोक लगा दी है। इसके अलावा जो लोग महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश आ रहे हैं उन्हें कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट साथ दिखानी होगी। ऐसा न होने पर 14 दिन के लिए क्वारंटीन रहना होगा। मध्य प्रदेश में भी रविवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर में लॉकडाउन रहेगा।

योगी सरकार ने कसी कमर
अन्य राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए योगी सरकार एक्शन मोड में आ गई है। सीएम योगी ने सभी जिलों को कोरोना की जांच का दायरा बढ़ाने को कहा है। इसके अलावा, कई जिलों में धारा 144 लगा दी है। राजधानी दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद में धारा 144 लगाई गई है।

महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, पंजाब और मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर केंद्र सरकार चिंतित नजर आ रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर कोरोना को रोकने पर चर्चा की। उन्होंने राज्य सरकारों से कहा कि हमें कोरोना को यहीं रोकना होगा। नहीं तो स्थिति भयावह हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता को परेशानी में नहीं डालना है। प्रधानमंत्री ने राज्यों को वैक्सीनेशन पर जोर देने को कहा है।

चुनावी राज्यों में उड़ाई जा रही नियमों की धज्जियां
देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दूसरे राज्यों की सरकारें अलर्ट मोड में आ गई हैं। वहीं, चुनावी राज्यों में कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कोई भी राजनीतिक पार्टी कोरोना के नियमों का पालन नहीं कर रही है। रैलियों में उमड़ रही भीड़ से कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा और बढ़ गया है।

 

Yaspal

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