अध्यात्म का दर्शन कराएगी महाकाल एक्सप्रेस, PM मोदी ने किया शुभारंभ

Sunday, Feb 16, 2020 - 06:30 PM (IST)

वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन ज्योर्तिलिंग और धार्मिक स्थल को जोड़ने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। हालांकि यह ट्रेन आगामी 20 फरवरी से नियमित रूप से चलेगी। इसमें टूरिस्ट पैकेज भी बुक होंगे। उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये भारतीय रेल खानपान एंव पर्यटन निगम ने काशी महाकाल एक्सप्रेस में कई तरह के पर्यटन पैकेज लांच भी कर दिये हैं।

पैकेज में हमसफर क्लास की वातानुकूलित तृतीय श्रेणी में यात्रा के साथ एसी होटल में ठहरने,एसी बसों में स्थानीय भ्रमण ,और सुबह नाश्ता और रात के खाने की व्यवस्था है। मध्यप्रदेश से उत्तर प्रदेश आने वाले पर्यटकों के लिये भी इस ट्रेन में कई पैकेज हैं। ट्रेन यात्रियों को काशी विश्वनाथ,उज्जैन के महाकाल और ओंकारेश्वर के दर्शन करायेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां रविवार को कहा कि दुनिया भर के तमाम दबावों के बावजूद उनकी सरकार संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और जम्मू—कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसलों पर कायम है और आगे भी रहेगी। अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में प्रधानमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल सेंटर को राष्ट्र को समर्पित करने और विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद कहा, ''देश आज वो फैसले भी ले रहा है जो हमेशा पीछे छोड़ दिये जाते थे।

जम्मू—कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), वर्षों से देश को इन फैसलों का इंतजार था।'' उन्होंने कहा, ''देशहित में ये फैसले जरूरी थे और दुनिया भर के तमाम दबावों के बावजूद हम इन फैसलों पर कायम हैं और कायम रहेंगे।'' देश के विभिन्न हिस्सों में सीएए के खिलाफ जारी अनिश्चितकालीन प्रदर्शनों के मद्देनजर प्रधानमंत्री का यह बयान बहुत महत्वपूर्ण है।

मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय के सिद्धांत को अपनी सरकार के इरादों से जोड़ते हुए कहा कि दीनदयाल जिस तरह अन्त्योदय की बात करते थे, वैसे ही देश के छोटे शहरों का उदय देश के विकास को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की विकास परियोजनाओं का विशेष लाभ इन छोटे शहरों और उनमें रहने वाले लोगों को ही हुआ है। अभी हाल में जो बजट आया है, उसमें सरकार ने घोषणा की है कि मूलभूत ढांचे के निर्माण पर 100 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा धनराशि खर्च की जाएगी। इसका बहुत बड़ा हिस्सा देश के छोटे—छोटे शहरों के खाते में ही जाने वाला है।

सरकार की ‘मेक इन इंडिया' और ‘मुद्रा' समेत विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दीनदयाल कहते थे कि आत्मनिर्भरता और स्वयं सहायता सभी योजनाओं के केन्द्र में होने चाहिये। उनके इन विचारों को सरकार की योजनाओं और कार्यप्रणाली में निरन्तर लाने का प्रयास किया जा रहा है। मुझे विश्वास है कि पंडित दीनदयाल की आत्मा जहां भी होगी, हमें निरन्तर आशीर्वाद और प्रेरणा देती रहेगी। प्रधानमंत्री ने करीब 1,250 करोड़ रुपये की लागत वाली करीब 50 विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। 

Yaspal

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