महाष्टमी 2019: ये है महागौरी की पूजा और अष्टमी का शुभ मुहूर्त

Sunday, Oct 06, 2019 - 08:41 AM (IST)

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आज महाष्टमी का दिन है, नवदुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा होगी। इनकी अराधना से सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और अक्षय पुण्यों की प्राप्ति होती है। भगवान शिव की प्राप्ति के लिए इन्होंने कठोर तप किया था। जिससे इनका शरीर काला पड़ गया। देवी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें स्वीकार किया और गंगा जल की धार जैसे ही देवी पर डाली देवी विद्युत के समान   गौर वर्ण की हो गई। तभी से इनका नाम महागौरी पड़ गया। मां महागौरी की चार भुजाएं हैं। माता वृषभ पर विराजमान हैं। इनकी उपासना से मां महागौरी साधक को अलौलिक शक्ति प्रदान करती हैं। महागौरी की साधना उन लोगों हेतु सर्वश्रेष्ठ है, जिनकी आजीविका का संबंध शेयर मार्केट, क्लार्क, पुलिस व सिक्योरिटी सर्विसेज से है। महागौरी की अराधना से रोगों का नाश होता है, दांपत्य सुखी रहता है व दुर्घटनाओं से सुरक्षा मिलती है।

 

पूजा का शुभ मुहूर्त- सुबह 10:30 बजे से लेकर 11:18 बजे तक

महाअष्टमी का शुभ मुहूर्त- 6 अक्टूबर की सुबह 10:56 तक

पूजन विधि: घर के नैऋत्य कोण में दक्षिण-पश्चिम मुखी होकर सफ़ेद कपड़े पर महागौरी का चित्र स्थापित कर उसका दशोपचार पूजन करें। केसर मिले गौघृत का दीप करें, मोगरे की धूप करें, सफ़ेद-नीले फूल चढ़ाएं, चंदन से तिलक करें, दूध-शहद चढ़ाएं व मावे की मिठाई का भोग लगाएं तथा 1 माला इस विशिष्ट मंत्र की जपें। पूजन के बाद भोग कन्या को खिलाएं।

पूजन मंत्र: ॐ महागौर्यै देव्यै: नमः ॥

मनोकामनाएं पूरी करने के लिए
अपने दिल की हर इच्छा पूरी करने के लिए अष्टमी के दिन मां को नारियल का भोग लगाएं। इस दिन नारियल को सिर से घुमाकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। 

मनचाहा धन प्राप्त करने के लिए करें ये उपाय
महागौरी को दूध से भरी कटोरी में रखकर चांदी का सिक्का अर्पित करें। इसके बाद मां से धन के बने रहने की प्रार्थना करें। सिक्के को धोकर हमेशा के लिए अपने पास रख लें। 


 

Niyati Bhandari

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