मध्यप्रदेश में आरक्षण हिंसा कराने के आरोप में 3 पार्षदों को नोटिस जारी-Video

Saturday, Apr 07, 2018 - 02:33 PM (IST)

मध्यप्रदेश (मुरैना): आरक्षण के समर्थन में मध्यप्रदेश के मुरैना में सबसे अधिक हिंसक घटनाएं हुई थी। आंदोलनकारियों को प्रेरित करने का काम कुछ लोगों ने पहचान छिपाकर किया था। अब प्रशासन व पुलिस ने इनमें से कुछ लोगों को चिन्हित कर लिया है। सूचनाओं के आधार पर मुरैना नगर निगम के तीन पार्षदों को आयुक्त चम्बल संभाग द्वारा पद से हटाने का कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। यह माना जा रहा है कि इन पार्षदों द्वारा अपने पदीय कर्तव्यों का पालन नहीं कर नगर निगम अधिनियम की धाराओं का उल्लंघन किया है। इस संबंध में पार्षद स्वयं को बेकशूर बता रहे हैं। इन पार्षदों को 17 अप्रैल को अपना जबाव आयुक्त के समक्ष प्रस्तुत होकर देना है।

इन तीन को मिला नोटिस
1- 2 अप्रैल को हुई हिंसक घटनाओं के पीछे कौन हो सकता है, इसकी जांच प्रशासन द्वारा की गई। जांच व सूचनाओं के आधार पर अभी तक मुरैना नगर निगम के वार्ड क्रमांक 20 के निर्दलीय पार्षद गब्बर मौर्य, वार्ड क्रमांक 25 के बसपा पार्षद श्रीमती शकुन विद्यासागर पारा और वार्ड क्रमांक 29 के बसपा पार्षद बालकिशन इंदौलिया का नाम सामने आया है। नगर निगम तथा जिला प्रशासन के प्रतिवेदन के आधार पर आयुक्त चम्बल संभाग ने इन पार्षदों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। डीएम मुरैना भास्कर लाक्षाकारने कहा कि पूरी स्थिति इस प्रकार से है जो ओब्जरवेशन आया है और जो रिर्पोटिंग हुई थी। उसी के आधार पर आयुक्त ने जांच के लिये निर्देशित किया था, उसके तद्नुशार आयुक्त चम्बल संभाग को रिपोर्ट भेजी गई है चम्बल संभाग आयुक्त कार्यालय से पार्षदों को नोटिस जारी किये गये हैं।

सरकारी कर्मचारी भी बने आरोपी
शासकीय कर्मचारियों के शामिल होने पर कलेक्टर ने बताया कि अभी पुलिस की जांच जारी है वीडियो व फोटो के आधार पर दंगाईयों की पहचान की जा रही है। जो संभावित होंगे उन्हें वीडियो फुटेज के आधार पर चिन्हित किया जायेगा। पुलिस से सूची मांगी गई है जो शासकीय कर्मचारी, अधिकारी एफआईआर में दर्ज हुये हैं उन पर कार्यवाही की जायेगी। इनकी संख्या 07 से 10 के लगभग है। पुलिस से प्राप्त सूची में नामदर्ज होने पर निलंबन की कार्यवाही आज ही कर दी जायेगी।

 

 

 

 

ASHISH KUMAR

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