लोको पायलट के लिए काम के घंटे हों कमः रेलवे यूनियन

Monday, Aug 20, 2018 - 08:06 PM (IST)

नई दिल्लीः रेलवे कर्मचारियों के एक संघ ने दावा किया है कि लोको पायलटों में असामान्य रूप से कई घंटों तक काम करने के बावजूद छोटी-सी चूक के लिए बर्खास्त किए जाने का डर है और उसने मांग की कि उनमें तनाव कम करने के लिए उन्हें पर्याप्त आराम दिया जाना चाहिए।



रेलवे बोर्ड को लिखे एक पत्र में आज नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन (एनएफआईआर) ने कहा कि रेलवे के कर्मचारी ‘‘काम के असीमित घंटों’’ के कारण काफी तनाव में है क्योंकि बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं और कई अनुरोधों के बावजूद पद भरे नहीं गए। उसने कहा कि अकेले मध्य रेलवे जोन में मोटरमेन के 229 पद खाली हैं जबकि कोलकाता मेट्रो के साथ-साथ पश्चिमी रेलवे में भी इतने ही पद खाली पाए जा सकते हैं।



पत्र में कहा गया है, ‘‘लोको पायलट, मोटरमेन, असिस्टेंट लोको पायलट हतोत्साहित हैं क्योंकि छोटी-सी दूरी के लिए सिग्नल पार करने को लेकर भी उन्हें सेवा से हटाया जा रहा है।’’ पत्र में मांग की गई है कि ट्रेन चालकों के लिए सभी मामलों में 24 घंटे से कम का आराम नहीं होना चाहिए और रेलवे बोर्ड से अनुरोध किया कि कर्मचारियों में तनाव कम करने के लिए काम के घंटे कम करने पर विचार किया जाए।

Yaspal

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