राफेल डील पर सीतारमण का कांग्रेस को जवाब, कहा- हमारी सरकार जवाब देने से नहीं डरती

Friday, Jan 04, 2019 - 06:28 PM (IST)

नई दिल्ली: राफेल मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस में घमासान जारी है। लोकसभा में कांग्रेस और दूसरे विपक्ष के सदस्यों की ओर से राफेल डील पर खड़े किए गए सवालों का रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया। राफेल पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि देश की सुरभा संवेदनशील मसला। राफेल पर हर सवाल का जवाब देने को तैयार हूं। इस दौरान उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश रक्षा के मामले आगे बढ़ रहे हैं। देश के चारों तरफ खतरनाक माहौल बना हुआ है। सीतारमण ने बताया है कि डील एकदम साफ-सथुरी है और इसी साल सितंबर में पहला राफेल विमान भारत को मिल जाएगा। वहीं 2022 तक सभी 36 विमान भारत की सेना के पास होंगे। हमारी सरकार जवाब देने से नहीं डरती।



 

पीछे खानदान का नाम जुड़ा होने से पीएम को अपशब्द कहने का हक नहीं मिल जाता
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने राफेल मामले में सरकार पर लगाये जा रहे आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि ‘‘खानदान का नाम पीछे जुड़ा होने से प्रधानमंत्री को अपशब्द कहने का हक नहीं मिल जाता।’’  सदन में राफेल मुद्दे पर हुई चर्चा के जवाब में सीतारमण ने कांग्रेस और कांग्रेस अध्यक्ष के सभी आरोपों को खारिज कर दिया।   रक्षा मंत्री के जवाब के बाद राहुल गांधी को दोबारा स्पष्टीकरण का मौका नहीं दिए जाने और सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े को बोलने की अनुमति नहीं दिये जाने पर असंतोष जताते हुए कांग्रेस सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।  

राहुल ने मांगा रक्षा मंत्री के बयान पर स्पष्टीकरण
सदन में रक्षा मंत्री के बयान पर स्पष्टीकरण मांगते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि ‘ मैं रक्षा मंत्री सीतारमण या पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर पर आरोप नहीं लगा रहा हूं। मेरा सीधा आरोप प्रधानमंत्री मोदी पर है और मैं स्पष्ट कहता हूं कि वह इस मामले में शामिल हैं।’  उन्होंने पूछा कि रक्षा मंत्री इस सवाल का जवाब दें कि एचएएल के बजाय अनिल अंबानी को सौदा दिलाने का निर्णय किसने लिया। संप्रग के समय जिन एल-1 श्रेणी के विमानों का दाम 560 करोड़ रुपए था, वह आपके समय 1600 करोड़ रुपए कैसे हो गया।  उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से अपनी निजी बातचीत और पूर्व राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद के बयान का जिक्र किया।   राहुल ने कहा कि ओलांद ने अपने बयान में कहा था कि ऑफसेट साझेदार के लिए अनिल अंबानी का नाम भारत के प्रधानमंत्री और भारत सरकार की ओर से दिया गया और मैंने प्रधानमंत्री से सिर्फ यह अनुरोध किया था कि अगर ओलांद गलत कह रहे हैं तो वह उन्हें फोन कर ऐसे बयान नहीं देने को कहें।  रक्षा मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी यहां अपना नाम लिये जाने पर चिंतित हैं।  




रक्षा मंत्री के भाषण के मुख्य अंश

  • आखिर कांग्रेस 2014 तक इस डील को पूरा क्यों नहीं कर पाई? यूपीए को बताना चाहिए कि वे अपनी कार्यकाल में राफेल का एक भी विमान क्यों नहीं ला सके
  • चीन ने अपनी सेना में 4 हजार के करीब विमानों को जोड़ा, लेकिन कांग्रेस ने अपने शासनकाल के दौरान क्या किया? आखिर जिन 126 विमानों का जिक्र करते हैं वे कहां हैं?
  • भारत हमेशा शांति चाहता है और कभी युद्ध की पहल नहीं करता है। लेकिन हमारे पड़ोस में इस तरह की माहौल नहीं है, ऐसे में हमारा तैयार रहना जरूरी है
  • रक्षा मंत्री जैसे ही जवाब देने के लिए खड़ी हुई विपक्ष के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद वे नाराज होकर बैठ गईं। बाद में स्पीकर के आग्रह पर दोबारा बोलने के लिए खड़ी हुईं
  • रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण राफेल डील पर विपक्ष के सवालों का जवाब दे रही हैं
  • पहला राफेल विमान 2019 यानी डील के 3 साल के भीतर आ जाएगा जबकि कांग्रेस यह काम नहीं कर पाई।
  • उन्होंने कहा कि 2022 तक सभी विमान भारत आ जाएंगे।  यूपीए के वक्त में 10 साल तक करार की प्रक्रिया तक पूरी नहीं हो पाई जबकि हमने 3 महीने में यह करके दिखाया है।
  • कांग्रेस ने सेना की जरूरत को नहीं समझा जबकि इस मामले में हमें पड़ोसी देशों से सीखना चाहिए
  •  रक्षा मंत्री जैसे ही जवाब देने के लिए खड़ी हुई विपक्ष के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद वे नाराज होकर बैठ गईं। बाद में स्पीकर के आग्रह पर दोबारा बोलने के लिए खड़ी हुईं। 


Anil dev

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