मीरा कुमार ने कहा- देश में दो प्रकार के हिंदू: एक जो मंदिर जा सकते हैं और दूसरे जो नहीं जा सकते

Saturday, Nov 27, 2021 - 10:00 AM (IST)

नई दिल्लीः लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि देश में दो तरह के हिंदू रहते हैं। दरअसल,  शुक्रवार को उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी के भारत में भी जाति व्यवस्था कायम है। उन्होंने कहा कि देश में दो प्रकार के हिंदू हैं- एक वह जो मंदिर जा सकते हैं और दूसरे वह जो नहीं जा सकते। 

दलित समुदाय से आने वाली और पूर्व राजनयिक, मीरा कुमार ने  कहा कि बहुत से लोगों ने उनके पिता बाबू जगजीवन राम से “हिंदू धर्म छोड़ने” को कहा था क्योंकि उन्हें जाति के कारण भेदभाव झेलना पड़ता था।
 
मीरा कुमार ने कहा कि उनके पिता ने कहा कि वह अपना धर्म नहीं छोड़ेंगे और जाति व्यवस्था के खिलाफ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पिता यह पूछते थे कि क्या “धर्म बदलने से किसी की जाति बदल जाती है। 

मीरा कुमार ने राजेंद्र भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में यह कहा। उनसे पहले राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने अपनी नई पुस्तक “द लाइट ऑफ एशिया:द पोएम दैट डिफाइंड बुद्धा” पर एक व्याख्यान दिया। 

बता दें कि 'लाइट ऑफ एशिया' किताब सर एडविन अर्नोल्ड ने लिखी थी जो पहली बार 1879 में प्रकाशित हुई थी। इस पुस्तक में बुद्ध के जीवन को एक कविता के रूप में प्रस्तुत किया गया था। 

इस पर जयराम रमेश ने कहा कि उनकी पुस्तक उस कविता पर लिखी गई है और एक तरह से उस व्यक्ति की भी जीवनी है जिसने बुद्ध के “मानवता के पक्ष” को देखा न कि उनके “दैव पक्ष” को।


 

Anu Malhotra

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