ऑफ द रिकार्ड: लोकसभा चुनाव में मोदी को हराने के लिए आप और कांग्रेस मिलाएंगे हाथ

Saturday, Dec 22, 2018 - 08:41 AM (IST)

नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी (आप) ने लोकसभा चुनाव में 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का विचार छोड़ दिया है। आप के सांसद और अरविंद केजरीवाल के खास माने जाने वाले संजय सिंह ने एक निजी बातचीत में बताया कि हिंदी भाषी राज्यों में विधानसभा चुनावों के परिणामों की घोषणा के बाद परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। संजय सिंह ने कहा कि अगर भाजपा को हराने के बड़े लक्ष्य को हासिल करना है तो सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट होना होगा। 



उन्होंने और ज्यादा कुछ नहीं कहा लेकिन यह साफ हो चुका है कि कांग्रेस और आप के बीच अनौपचारिक ही सही, वार्ता शुरू हो चुकी है। आप के 2 सांसद हाल ही में विरोधी दल के नेता गुलाम नबी आजाद से मिले और लोकसभा चुनाव से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। कांग्रेस ने जहां दिल्ली में सीटों के तालमेल पर बात की, वहीं आप ने कहा कि चर्चा का दायरा काफी विस्तृत था और पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली को मिला कर कुल 31 लोकसभा सीटों पर तालमेल को लेकर बात आगे बढ़ी। 



आप ने कहा कि गत लोकसभा चुनाव में वह दिल्ली में 7 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही जबकि कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही और एक सीट पर उसे जमानत भी गंवानी पड़ी। आप ने पंजाब में लोकसभा की 4 सीटें जीतीं और चंडीगढ़ में दूसरे स्थान पर रही। आप हरियाणा में कुछ सीटें चाहती है और इसके बदले में दिल्ली में 2 सीटें कांग्रेस के लिए छोडऩे को तैयार है। आजाद ने इस बात को साफ तौर पर कहा कि हाल में हुए विधानसभा चुनावों में आप ने 3 राज्यों में अपने उम्मीदवार उतार कर कांग्रेस को नुक्सान पहुंचाने की कोशिश की जबकि इसके सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। इस पर आप के सांसद ने उनसे कहा कि तब कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की कोई बात नहीं चली थी। 

बहरहाल, यह स्पष्ट है कि कांग्रेस और आप जितनी जल्दी हो सके चुनावी गठबंधन के लिए तैयार हैं। आप महाराष्ट्र में 2 सीटों पर चुनाव लडऩा चाहती है। आप का कहना है कि मोदी को हराने के लिए कांग्रेस को उसके लिए कुछ सीटें छोडऩी होंगी।  

Anil dev

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